आईएएस से इस्तीफा देकर राजनीति के मैदान में उतरे मिश्रा ने खोली सिस्टम की पोल
भोपाल
भारतीय प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र देकर राजनीति के मैदान में उतरने वाले वरदमूर्ति मिश्रा ने सरकारी सिस्टम की पोल खोल दी है। उन्होेंने राजनीति में आने के संकेत देते हुए कहा कि कांग्रेस हो या भाजपा दोनों का मूल चरित्र एक सा है। हर पार्टी अपने हाईकमान को खुश करने के लिए ठेकों, ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसा कमाती है और उपर पार्टी फंड में भेजती है। बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं से जनता का ध्यान हटाकर लोकलुभावन नारों से आमजन को दिग्भ्रमित किया जा रहा है। यह सब रुकना चाहिए।
मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि समस्याएं विकराल और भयंकर हो रही है पर सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्हें लगता है इस बार फिर कोई ना कोई नारा, वादा, शिगूफा छोड़कर वे सत्ता में आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष दो हजार के बाद प्रदेश में कुछ नहीं हुआ। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह खस्ता हाल है। उसे केवल एक ही उम्मीद है कि भाजपा की सरकार खुद के कर्मो से चुनाव हार जाएगी और वे फिर सरकार बना लेंगे। कांग्रेस को पंद्रह महीने मिले लेकिन वह ऐसा कोई काम नहीं कर पाई जिससे यह साबित होता कि वह पुरानी सरकार से अलग है। कांग्रेस सरकार भी ट्रांसफर-पोस्टिंग, पसंद के ठेकेदारों, धनी व्यक्तियों और प्रदेश के बाहर के उद्योगपतियों के पोषण के उस खेल में लग गई जिसका विपक्ष में रहकर विरोध करती थी।