November 26, 2024

दंतेवाड़ा में शहीद जवानों को दी जाएगी अंतिम सलामी, बस्तर संभाग में हाई अलर्ट

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 दंतेवाड़ा .

 
अरनपुर में नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। जिसमें 11 जवान बलिदान हो गए थे। दंतेवाड़ा के अरनपुर में हुए नक्सली हमले में बलिदान जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दंतेवाड़ा के लिए रवाना हो गए हैं। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, बस्तर सांसद दीपक बैज, राज्यसभा सांसद फुलोदेवी नेताम सहित डी.जी.पी भी मौजूद है। बता दें कल के हमले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना कर्नाटक दौरा रद कर दिया है। अब सीएम बघेल आज दंतेवाड़ा में जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। साथ ही मुख्यमंत्री बघेल दंतेवाड़ा जाकर नक्सल घटना की समीक्षा करेंगे और जमीनी स्थिति का आंकलन करेंगे। सभी जवानों का पुलिस लाइन दंतेवाड़ा में 11 बजे सलामी दी जाएगी, जिसके बाद जवानों के शव को उनके गृह ग्राम भेजा जाएगा।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा (Dantewada) में हुए बड़े नक्सली हमले (Naxal Attack) में 10 जवान शहीद हो गए हैं. उनके साथ एक ड्राइवर की भी मौत हो गई है. इस नक्सली हमले के बाद देशभर में हड़कंप मच गया है. इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने राज्य के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) से फोन पर बातचीत की है. इसके बाद भूपेश बघेल ने सीएम हाउस में एक हाई लेवल मीटिंग हुई है. सीएम भूपेश बघेल ने अपने गुरुवार के सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.

दरअसल, मुख्यमंत्री निवास में बुधवार देर रात मुख्य सचिव अमिताभ जैन,गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ,डीजीपी अशोक जुनेजा की मौजूदगी में बड़ी बैठक हुई है. गुरुवार को दंतेवाड़ा में शहीद जवानों को अंतिम सलामी दी जाएगी. इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके सभी बड़े आला अफसर मौके पर मौजूद रहेंगे. सीएम ने इसके लिए अपना कर्नाटक का दौरा रद्द कर दिया है. सीएम गुरुवार को कर्नाटक में चुनाव प्रचार के लिए जाने वाले थे.

मुख्यमंत्री कार्यलय की ओर से दी गई यह जानकारी
मुख्यमंत्री कार्यलय से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर पुलिस ग्राउंड से हेलीकॉप्टर में सुबह 9:30 बजे भूपेश बघेल दंतेवाड़ा के लिए रवाना होंगे. सुबह 10:50 बजे तक मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा पहुंच जाएंगे. इसके बाद दंतेवाड़ा में सुबह 11 से 12 बजे तक शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बड़ा आईईडी ब्लास्ट किया है. ये हादसा जिले के अरनपुर क्षेत्र में हुआ है. ऑपरेशन से वापस लौट रहे जवानों के वाहन को आईईडी पर ब्लास्ट किया है. इसमें 10 जवान और एक ड्राइवर की मौत हुई है. उधर, इन हमलों पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर हमला बोला है. रमन सिंह ने कहा, 'य़ह कागज के शेर दाऊ भूपेश बघेल मंचों पर ही आक्रामक हो सकते हैं जहां मैदान में लड़ाई लड़नी होती है वहां न तो इनके पास नीति है और न नेतृत्व है.'

दंतेवाड़ा जिले में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) जवानों की गाड़ी को उड़ाने की तैयारी नक्सली पिछले 4 दिनों से कर रहे थे। बुधवार दोपहर 1:30 से 2:00 बजे के बीच 50 किलो की IED में ब्लास्ट किया गया। धमाके की आवाज करीब डेढ़ किमी तक सुनाई दी। जवानों और गाड़ी के चिथड़े उड़कर 60-70 मीटर दूर तक पहुंच गए।

10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और एक वाहन चालक की मौत हुई है। सुरक्षाबलों के 2 अलग-अलग कैंप के बीच नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने IED ब्लास्ट करके वारदात को अंजाम दिया है। DRG जवानों की जिस टीम को नक्सलियों ने अपना निशाना बनाया है, वह दंतेवाड़ा की सबसे मजबूत टीम थी।

नक्सलियों को सबसे ज्यादा खतरा DRG से ही रहता है। इस टीम के जवानों ने कई ऑपरेशंस में सफलता दिलाई है। इसलिए माओवादियों ने DRG की प्लाटून नंबर 1 को अपना टारगेट बनाया। DRG की इस टीम में सरेंडर नक्सली भी थे।

DRG जवानों से नक्सली मानते हैं खुद के लिए ज्यादा खतरा​​​​​​…

दंतेवाड़ा समेत बस्तर में नक्सलियों के खात्मे के लिए DRG के जवानों का बड़ा योगदान होता है, क्योंकि DRG में स्थानीय युवा और सरेंडर नक्सली होते हैं, जो जल-जंगल-जमीन से वाकिफ होते हैं। सरेंडर नक्सली, नक्सलियों के ठिकानों को अच्छी तरह से जानते हैं। इससे फोर्स को नक्सलियों के खात्मा करने में काफी आसानी होती है। DRG के गठन के बाद से दंतेवाड़ा समेत पूरे बस्तर में नक्सलियों को काफी नुकसान हुआ है। अन्य फोर्स की तुलना में नक्सली DRG जवानों से खुद के लिए ज्यादा खतरा मानते हैं। दंतेवाड़ा जिले में पहली बार एक साथ इतनी संख्या में DRG के जवानों की शहादत हुई है।

बीजापुर में चूके तो दंतेवाड़ा में बनाया टारगेट…

18 अप्रैल को नक्सलियों ने बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर हमला किया था। हालांकि, इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ था। कुछ दिन बाद माओवादियों ने एक प्रेस नोट जारी कर बताया था कि उनके टारगेट में विधायक या फिर कोई अन्य नेता नहीं थे। नक्सलियों ने जवानों को अपना टारगेट बनाया था। वहां नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने से चूक गए थे। इसलिए उन्होंने दंतेवाड़ा में जवानों को अपना निशाना बनाया।

गौरतलब है कि पालनार से अरनपुर के बीच सीसी सड़क के ऊपर डामर सड़क सुरक्षा के लिहाज से बनाई गई है। जहां सीसी सड़क खत्‍म होती है उससे कुछ दूरी पर ही नक्सलियों ने ब्लास्ट के लिए आइईडी प्लांट कर रखा था।

घटना स्थल पर करीब सात से आठ फिर गहरा गड्ढा हो गया। वाहन के तीन टुकड़े हो गए। नक्सली हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री बघेल से फोन पर बात की और पूरे मामले की जानकारी दी। केंद्रीय गृहमंत्री ने राज्य सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

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