बीरनपुर पिता-पुत्र हत्याकाण्ड – मुआवजा में देर क्यों? : रिजवी
रायपुर
मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने बीरनपुर में मुस्लिम पिता-पुत्र की हत्या को प्रदेश के लिए कलंकित करने वाली घटना निरूपित करते हुए भुवनेश्वर साहू सहित मोहम्मद ईदल एवं पुत्र रहीम की हत्या को सुनियोजित करार दिया है ताकि शांति के टापू प्रदेश के परम्परागत् सौहार्द्र को बिगाड़ा जाए। यह दुष्कृत्य साम्प्रदायिक दल एवं संगठन के द्वारा किया गया साफ नजर आता है। ऐसे प्रायोजित कृत्य पर अंकुश लगाने की मांग मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से की गई है। यह स्थापित वर्तमान घिनौनी सोच भविष्य में असामाजिक तत्वों द्वारा किए जाने की पूरी संभावना है। ऐसी घटनाओं को रोकने शासन-प्रशासन को सतर्क एवं चुस्त रहना चाहिए।
रिजवी ने मुख्यमंत्री जी से दक्षिण विधानसभा में आयोजित अभिनव कार्यक्रम ''मुख्यमंत्री से रूबरू मुलाकातझ्झ् में बीरनपुर की दुखद घटना में शासन द्वारा मृतक भुवनेश्वर साहू के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा एवं परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी का एलान किया था। उक्त घोषणा का शीघ्र पालन किया जाए तथा घटना के दूसरे दिन बकरी चराने वाले पिता-पुत्र की लाश खार में पाई गई थी, उन दोनों के लिए भी 10-10 लाख रुपए तथा परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की घोषणा में देर क्यों की जा रही, इसका मुख्यमंत्री जवाब दें? पिता-पुत्र की हत्या के पहले हुई घटना में मृत भुवनेश्वर साहू के प्रकरण में मुआवजा देने में शासन द्वारा जो तत्परता दिखाई गई वैसी तत्परता पिता-पुत्र की हत्या में क्यों नहीं? रिजवी ने कहा है कि बीरनपुर हत्याकाण्ड के बाद वहां हालात को सामान्य करने की दिशा में साजा विधानसभा क्षेत्र के विधायक व वर्तमान कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनसे अपेक्षा है मुस्लिम पिता-पुत्र को भी मुआवजा दिलाने तत्काल पहल करेंगे।