मध्यप्रदेश के विकास में महाराष्ट्र, गुजरात का योगदान कम नहीं: शिवराज
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के विकास में महाराष्ट्र और गुजरात का योगदान कम नहीं है। यहां के लोगों ने मध्यप्रदेश के विकास में योगदान दिया है। गुजरात और महाराष्ट्र विकास के सोपान में आगे हैं और मध्यप्रदेश भी बीमारू राज्य से विकसित राज्य की ओर बढ़ते हुए देश के विकास में साथ दे रहा है।
राजभवन में गुजरात और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस को लेकर आयोजित अखंडता उत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में आकर लोग ऐसे मिल जाते हैं जैसे दूध में शक्कर मिल जाती है और इसी कारण मध्यप्रदेश के विकास में देश के सभी राज्यों का योगदान है। गुजरात और महाराष्ट्र समेत देश के एकीकरण में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान का जिक्र कर सीएम चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र, गुजरात की धरती महान योद्धाओं को पैदा करने वाली रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र कर कहा कि मन की बात में अनसीन हीरो को सामने लाने का काम मोदी जैसे प्रधानमंत्री ही करते हैं।
अखंडता उत्सव के जनक हैं सरदार पटेल -मंगुभाई
आयोजन के मुख्य अतिथि राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि महाराष्ट्र और गुजरात के स्थापना दिवस में अखंडता का उत्सव मध्यप्रदेश में मनाया जाना हमारी एकता की पहचान है। इसीलिए कहा जाता है कि अनेकता में एकता ही भारत की पहचान है। अखंडता के इस उत्सव में सरदार पटेल की नीति को भुलाया नहीं जा सकता। उनके जैसा कोई नहीं जिसने इतनी अधिक संख्या में एकीकरण का काम कराया हो। अपनी संस्कृति को समृद्ध करते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत को सफल बनाने का काम करना है। उन्होंने तीनों ही राज्यों को विकास के सोपान के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश की मजबूती के लिए काम करते रहें।