पावर प्लांट की 250 मीटर ऊंची चिमनी को किया गया धराशाई
कोरबा
ग्राम सलोरा स्थित वंदना विद्युत लिमिटेड की 250 मीटर ऊंची चिमनी धराशाई कर दी गई। कर्ज जमा नहीं करने की वजह से प्लांट बंद कर दिया गया था। प्लांट को वर्तमान में डिस्मेंटल किया जा रहा है।
जिला मुख्यालय से लगभग 23 किलोमीटर दूर कोरबा- कटघोरा मार्ग में ग्राम सलोरा के पास ग्राम छुरी, गांगपुर, सलोरा, दर्राभाठा व झोरा के 363 किसानों की 260.899 हेक्टेयर जमीन का वर्ष 2008 में अधिग्रहण का वंदना विद्युत लिमिटेड ने प्लांट लगाना शुरू किया था। संयंत्र स्थापना में 522 करोड़ रूपये निवेश कर यहां 540 मेगावाट क्षमता का प्लांट स्थापित किया था।
इस प्लांट का इकाई से बिजली उत्पादन भी शुरू हुआ, पर कुछ दिन में बंद हो गया। इसके साथ ही बैंक में कर्ज की राशि जमा नहीं होने पर दबाव बनने लगा और कंपनी को आखिरकार दिवालिया घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही प्लांट बेचने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, पर कतिपय कारणों से ऐसा नहीं हो सका। बताया जा रहा है कि इस प्लांट को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की गई थी और संयंत्र में लगे उपकरणों को निकाल कर पंजाब में किसी कंपनी को बेच दिया गया है। केवल चिमनी ही शेष रह गई थी।
इसे भी मंगलवार को ढहा दिया गया। इसके बाद जमीन को समतलीकरण करने का कार्य किया जाएगा। यहां बताना होगा कि ग्राम छुरीखुर्द में भी 35- 35 मेगावाट क्षमता का पावर प्लांट वंदना विद्युत की सहायक कंपनी वंदना एनर्जी ने स्थापित किया था, उक्त प्लांट भी कर्ज की राशि जमा नहीं होने पर बंद कर दिया गया था। वर्ष 2022 अक्टूबर माह में इस प्लांट की भी चिमनी को धराशाई कर दिया गया है।