खाटू श्याम व सालासर बालाजी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बढ़ी सुविधा
मंदसौर
मंदसौर जिले में मुख्य रुप से दो रेल मार्ग निकल रहे हैं। इन पर जिले के यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने कुछ राहत दी हैं। इंदौर-बीकानेर महामना एक्सप्रेस में अब 7 मई से एक अतिरिक्त स्लीपर कोच लगाया जाएगा। इससे खाटू श्याम व सालासर बालाजी जाने वाले श्रद्धालुओं को लंबी प्रतीक्षा सूची से राहत मिलेगी। वहीं शुक्रवार से अवध एक्सप्रेस व देहरादून एक्सप्रेस ट्रेन का स्टापेज गरोठ में शुरु हो गया हैं। इधर दक्षिण भारत से मंदसौर-नीमच को जोड़ने वाली अजमेर-रामेश्वरम हमसफर एक्सप्रेस भी कुछ दिनों के लिए बदले हुए मार्ग पर चलेगी।
अजमेर रामेश्वर हमसफर परिवर्तित मार्ग से चलेगी
दक्षिण भारत में विल्लपुरम स्टेशन पर रेलवे ट्रेक पर लंबा कार्य चलने के दौरान मंदसौर होकर चलने वाली अजमेर रामेश्वर हमसफर एक्सप्रेस को परिवर्तित मार्ग से चलाने की सूचना दी गई हैं। अजमेर-रामेश्वरम साप्ताहिक ट्रेन 7 मई, 14 मई, 21 मई तथा 28 मई को विल्लुपुरम यह नवीन मार्ग कडलूर पोर्ट, वृद्धाचलम होते हुए चलेगी। और इसके चलते निर्धारित समय से दो घंटे की देरी से अपने आखिरी स्टेशन पर पहुंचेगी।
इंदौर-बीकानेर में अतिरिक्त कोच लगाने का फैसला
मई में ट्रेन अरियालर, त्रिचिल्लापुरम, माना मदुरई जंक्शन स्टेशन पर नहीं जाएगी। वहीं रेल्वे ने एक आदेश जारी कर मंदसौर-नीमच क्षेत्र के खाटू श्याम व सालासर बालाजी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए इंदौर-बीकानेर महामना एक्सप्रेस में यात्रियों की सुविधा के लिए 6 मई से 2 जून तक एक शयन यान श्रेणी का अतिरिक्त कोच लगाने का फैसला किया हैं।
खाटूश्याम जाने के लिए एकमात्र साप्ताहिक ट्रेन
बीकानेर-इंदौर महामना एक्सप्रेस में 7 मई से 28 मई तक एक-एक शयन यान श्रेणी का कोच अस्थायी रुप से लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस ट्रेन में शयन यान श्रेणी के कोच में इंदौर से रिंगस स्टेशन तक लगातार वेटिंग चल रही है। खाटूश्याम जाने के लिए एक मात्र साप्ताहिक ट्रेन यही है। रेल्वे द्वारा प्रतीक्षा सूची कम करने के लिए एक अतिरिक्त कोच लगाया गया है।
इंदौर, रतलाम से भी बड़ी संख्या में जाते हैं श्रद्धालु
यात्रियों का कहना है कि रेल्वे को सामान्य श्रेणी के कोच भी बढाना चाहिये। उल्लेखनीय है कि प्रतिमाह एकादशी व आसपास के दिनों में ट्रेन के स्लीपर कोच में कन्फर्म टिकट नहीं मिलते हैं वहीं साधारण रेणी के कोच में मंदसौर-नीमच के यात्रियों को चढ़ने की जगह नहीं मिलती है। इन दिनों में ट्रेन में इंदौर रतलाम से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु जा रहे हैं।