केरल हाउसबोट हादसा:बढ़कर 22 हुई मरने वालों की संख्या, तलाश अभियान जारी
मलप्पुरम
केरल में मलप्पुरम जिले के तानुर इलाके में थूवलथीरम समुद्र तट के पास रविवार शाम हुए दर्दनाक हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ना जारी है। खबर है कि एक 'हाउसबोट' पलटने से महिलाओं और बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो गई। हाउसबोट में 30 से अधिक लोग सवार थे। खेल मंत्री वी अब्दुर्रमान ने बताया कि मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जो स्कूल की छुट्टियों के दौरान घूमने आए थे। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना में लोगों की मौत पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा एक ट्वीट में मोदी के हवाले से कहा गया है, 'केरल के मलप्पुरम में नौका दुर्घटना में लोगों के जान गंवाने से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं हैं। प्रत्येक मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।'
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट किया, 'केरल के मलप्पुरम में एक हाउसबोट के डूबने की खबरों से व्यथित हूं। अपने प्रियजनों को गंवाने वाले लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बचाव अभियान में प्राधिकारियों की मदद करने की अपील करता हूं।'
राज्य सरकार ने एक बयान में बताया कि स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने हादसे के बाद स्थिति का आकलन करने के लिए एक आपात बैठक बुलाई है। बयान के मुताबिक जॉर्ज ने घायलों को बेहतरीन इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम तेजी से करने का आदेश दिया ताकि उन्हें यथाशीघ्र उनके परिजनों को सौंपा जा सके। पोस्टमॉर्टम त्रिशूर व कोझिकोड जिले के तिरुर, थिरुरंगडी, पेरिनथालमन्ना अस्पतालों और मनचेरी मेडिकॉल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम किया जाएग। स्वास्थ्य मंत्री ने सख्त निर्देश दिया है कि पोस्टमॉर्टम सुबह छह बजे शुरू कर दिया जाए।
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में अब्दुर्रमान ने कहा था, 'और लोगों के नौका के नीचे फंसे होने की आशंका है तथा उन्हें बाहर निकाला जाना है। नौका पलट गयी थी। इसकी वजह अभी पता नहीं चली है। पुलिस इसकी जांच करेगी।' वह पर्यटन मंत्री पी ए मोहम्मद रियास के साथ बचाव अभियान में समन्वय कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक बयान जारी कर हादसे में लोगों की मौत पर शोक जताया और मलप्पुरम के जिलाधिकारी को एक समन्वित आपात बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया। बयान में कहा गया है कि दमकल और पुलिस दल, राजस्व तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और तानुर तथा तिरुर इलाकों के स्थानीय लोग बचाव अभियान में शामिल हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह भी बताया कि विजयन सोमवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे। बयान के अनुसार, सोमवार को शोक दिवस घोषित किया गया है और मृतकों को श्रद्धांजलि के रूप में सभी सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के विधायक पीके कुन्हालीकुट्टी ने बताया था कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचाव अभियान अभी जारी है। पूर्व मंत्री कुन्हालीकुट्टी ने कहा, 'यह बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।'
तानुर के निकट एक सरकारी अस्पताल में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि माना जा रहा है कि नौका के डूबने की वजह क्षमता से अधिक लोगों का उसपर सवार होना है। उन्होंने बताया कि नौका शाम छह बजे के बाद सवारी लेकर नहीं जाती है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में नियम का उल्लंघन किया गया।
पुलिस के अनुसार यह हादसा शाम लगभग सात बजे हुआ। पुलिस ने बताया कि जिन लोगों को पानी से बाहर निकाला गया है, उन्हें नजदीकी निजी तथा सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे की वजहों की जानकारी अबतक नहीं मिली है।