मनमोहन सिंह वाली गलती नहीं कर रहे पीएम नरेंद्र मोदी, कर्नाटक से सेट किया 2024 लोकसभा चुनाव का मूड
बेंगलुरु
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान की तैयारियां हैं और प्रचार का दौर थम चुका है। कहा जा रहा है कि इस बार आक्रामक प्रचार अभियान के जरिए भारतीय जनता पार्टी ने 2024 आम चुनाव की स्क्रिप्ट लिख दी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा ने दक्षिण भारतीय राज्य की जनता का सामने 'डबल इंजन सरकार' का संदेश दिया। इस दौरान भाजपा केवल कर्नाटक ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश जैसे अन्य चुनावी राज्यों में भी सक्रिय नजर आई है।
जानकारों का मानना है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार की 2014 में गिरने की एक वजह RTI और MNREGA जैसे कामों के बारे में जानकारी नहीं दे पाना भी थी। जबकि, इससे उलट पीएम मोदी लगातार अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने गिना रहे हैं और इस काम में भाजपा के बड़े मददगार विस्तारक साबित हो रहे हैं।
कर्नाटक से 2024 की राह
कहा जा रहा है कि कर्नाटक में प्रचार से भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भी तैयारी की है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विस्तारकों का कहना है, '2024 के लिए 50 फीसदी काम पहले ही हो चुका है।'
ऐसे जा रहा है संदेश
पार्टी के काम में जुटे विस्तार बताते हैं कि उन्हें मतदाताओं से बातचीत कर यह समझाने का काम सौंपा गया है कि भाजपा ने किसी मुद्दे पर कोई रुख क्यों अपनाया था। इसका एक उदाहरण 'रेवड़ी कल्चर' भी है, जहां भाजपा विपक्षी दलों के वादों के मुकाबले अपनी कल्याणकारी योजनाओं को अलग ढंग से पेश कर रही है और जनता को इसके बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा पार्टी ने पीएम मोदी की मन की बात के 100वें संस्करण का भी जमकर जश्न मनाया, जहां पार्टी की योजनाएं, पीएम मोदी की छवि जैसी कई बातों पर चर्चा की गई।
एक उदाहरण और समझें
रिपोर्ट के अनुसार, एक विस्तारक बताते हैं कि वह सड़क किनारे बैठे दुकानदारों को यह समझा रहे हैं कि कैसे मुफ्त की घोषणाएं उन्हें ही नुकसान पहुचाएंगी। उन्होंने बताया, 'हम उन्हें बताते हैं कि मुफ्त बिजली या मुफ्त साड़ियों के लिए पैसा टैक्स या बढ़ी कीमतों के जरिए आपकी जेब से ही आता है… तो ऐसे में जब वे ये मुफ्त की चीजें देते हैं, तो बिल बैकडोर से आता है। कई लोग मुफ्त की घोषणाओं के खतरे को समझते हैं।'
2019 में भी चला यही दांव
2019 में भी भाजपा ने WhatsApp, Twitter और Facebook के जरिए प्रचार अभियान चलाया था। कहा जाता है कि भाजपा ने 90 हजार बूथों में प्रत्येक के लिए तीन व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किए थे। पार्टी के स्थापना दिवस पर भी पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से Instagram Reels का इस्तेमाल करने के लिए कहा था।