आज से मालवा उत्सव की धूम, कोपेश्वर मंदिर के स्तंभों के रूप में नजर आएगा मंच
इंदौर
मालवा उत्सव का आगाज आज शाम को होगा जिसमें विभिन्न प्रदेशों से आए शिल्पकार एवं लोक नृत्य की प्रस्तुति देने आए 450 से अधिक लोक कलाकार शामिल होंगे। यह उत्सव 9 मई से 15 मई तक लालबाग परिसर पर आयोजित होगा। मालवा उत्सव का उद्घाटन कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत एवं महापौर पुष्यमित्र भार्गव की उपस्थिति में होगा।
लोक संस्कृति मंच के संयोजक एवं सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि इस वर्ष यह उत्सव जनजाति नृत्यो, लोक नृत्यो के साथ जनजाति कला की छाप लिए होगा ।जनजाति समूह गौंड, कर्मा, आदिवासी, बरेदी, कोरकु आदि के साथ मालवा की मटकी, छत्तीसगढ़ का नौरता गुजरात का गरबा रास सहित पूर्व से लेकर पश्चिम तक एवं उत्तर से लेकर दक्षिण तक की संस्कृति एवं लोकलुभावन नृत्यों की प्रस्तुतियां प्रतिदिन लालबाग परिसर पर देखने को मिलेगी।
कोपेश्वर मंदिर के स्तंभों के रूप में नजर आएगा मंच
लोक संस्कृति मंच के सचिव दीपक लवंगडे ने बताया कि मालवा उत्सव का यह मंच महाराष्ट्र के कोल्हापुर के निकट खिद्रापूर का कोपेश्वर शिव मंदिर जो वास्तविकता में चालुक्य देवालय वास्तु कला का एक बेहतरीन नमूना है ।इस पूरे मंदिर में स्वर्ग मंडप बना हुआ है जिसमें अनेक स्तंभ बने हुए हैं जो वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है इन्हीं स्तंभों एवं मंदिर के रूप में सजे मंच पर लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे ।
गुजरात पवेलियन रहेगा आकर्षण का केंद्र
लोक संस्कृति मंच के विशाल गिदवानी , रितेश पाटनी एवं रितेश पिपलिया ने बताया कि गुजरात सरकार के सहयोग से इंडस्ट्रियल एक्सटेंशन कॉटेज द्वारा इस वर्ष मालवा उत्सव में गुजरात के प्रसिद्ध हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम के स्टालो की श्रंखला लगाई जा रही है जिसमें पटोला, शॉल, कुची एंब्रॉयडरी, अजरख ब्लॉक प्रिंट, बंधेज, जरी जरदोसी, मोती के आइटम ,चनिया चोली, तोरण बंधनवार ,लेदर एवं वुडन आर्टिकल्स, मेटल के क्राफ्ट ,नेल पेंटिंग, ज्वेलरी एवं एसेसरीज, कॉपर बेल आदि यहां मिलेंगे।