इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद समर्थकों के निशाने पर सेना
इस्लामाबाद
पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से बवाल मचा हुआ है। राजधानी इस्लामाबाद सहित कई शहरों में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के समर्थकों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की है। क्वेटा में प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प में एक बच्चे की गोली लगने के मौत की रिपोर्ट है। रावलपिंडी में तो पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय पर भी हमला किया गया है। इसके अलावा लाहौर कैंट में सैन्य कमांडरों के घरों में आगजनी की गई है। मियांवाली एयरबेस के बाहर एक जहाज के ढांचे को भी प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया है। यह पहला मौका है, जब किसी विपक्षी नेता की गिरफ्तारी पर समर्थकों ने सीधे तौर पर पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया है। रेडियो पाकिस्तान की इमारत में भी आग लगा दी गई है।
आर्मी चीफ ने बुलाई आपात बैठक
रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय पर हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में कोर कमांडरों के अलावा कई बड़े सैन्य अधिकारी शामिल हैं। बैठक में मुल्क के हालात पर चर्चा की गई और सरकार को हर संभव मदद का भरोसा दिया गया। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि हालात ज्यादा बिगड़ते हैं तो सेना कानून-व्यवस्था को संभाल सकती है। ऐसी भी आशंका है कि सैन्य परिसरों पर हमला करने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी जारी किए जा सकते हैं।
समर्थकों का आरोप- इमरान की गिरफ्तारी के पीछे सेना
इमरान खान के समर्थकों का आरोप है कि इमरान खान की गिरफ्तारी पाकिस्तानी सेना के इशारे पर की है। इमरान खान लगातार सेना के खिलाफ हमलावर हैं। उन्होंने एक दिन पहले ही आरोप लगाया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। इससे पहले इमरान खान ने अपनी सरकार गिराने के पीछे पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का हाथ बताया था। उन्होंने बाजवा पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया था। इमरान ने नए सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर भी सरकार की बात सुनने और विपक्ष पर दबाव बनाने का भी आरोप लगाया था।