राजस्व ग्राम बनने से अब आसानी से मिलेगा ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ
धमतरी
वन ग्राम से राजस्व ग्राम घोषित किए गए गांव के निवासियों को अब शासकीय योजनाओं का लाभ आसानी से मिलेंगा। धमतरी जिलें में 87 वन ग्रामों को राजस्व ग्राम बनाने के लिए सर्वेक्षण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। सर्वेक्षण पूर्ण हो चुके गांवों में अभियान चलाकर अभिलेख तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। गौरतलब है कि पूरे राज्य मे 1043 वनग्राम का सर्वेक्षण जारी है, सर्वेक्षण कार्य में धमतरी जिला अग्रणी है।
कलेक्टर धमतरी श्री ऋतुराज रघुवंशी द्वारा गठित की गई टीम के माध्यम से 30 ग्रामों का राजस्व अभिलेख तैयार किया जा रहा है। इसी प्रकार 09 ग्रामों के अभिलेख को भुंईया पोर्टल मे अपलोड करने आयुक्त कार्यालय भेजा जा चुका है। 05 ग्रामों के अभिलेख भुईया पोर्टल में अपलोड किया जा चुका है और ग्रामीणों को नक्शा, खसरा और बी-1 का वितरण कराया जा चुका है। इस सप्ताह 09 ग्रामों का अभिलेख तैयार कर शासन को प्रेषित कर दी जावेगी। खरीफ मौसम के शुरू होने के पूर्व 57 ग्रामों का अभिलेख तैयार कर अपलोड करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया, शेष 30 ग्रामों का अभिलेख तैयार करने कार्य प्रगति पर है।
उल्लेखनीय है कि असर्वेक्षित ग्रामों का सर्वेक्षण करने धमतरी जिले के कलेक्टर द्वारा जिला स्तरीय सर्वे दल का गठन किया गया। अलग अलग ग्रामों में लगभग 40-50 सदस्यीय सर्वे टीम बनाई गई। सर्वेक्षण हेतु कार्ययोजना तैयार कर सभी 87 ग्रामों का सर्वेक्षण किया गया। इन गांवो में अभियान चलाकर राजस्व अभिलेख तैयार किए जा रहे है। सर्वे करने टीम को प्रशिक्षित करने विषय विशेषज्ञ और जिला मास्टर ट्रेनर दीपचंद भारती, राजस्व निरीक्षक भू अभिलेख शाखा मौके पर जाकर प्रशिक्षण भी दिया गया।