छत्तीसगढ़: CM बघेल ने उठाई कांवड़, विधि विधान से किया शिव पूजन
रायपुर
सावन के महीने में भगवान शिव के पूजन और उन्हें जल चढाने का विशेष महत्त्व होता है। आम लोगो के साथ ही खास लोग भी शिव की उपासना में लींन हैं। आइये आपको लुक तस्वीरें दिखाते हैं,जिसमे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भगवान का पूजन करते और कांवड़ उठाते नजर आ रहे हैं। विधि विधान से शुरू हुई कांवड़ यात्रा दरअसल सावन के पवित्र महीने में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शिव पूजन में लीन हैं। शुक्रवार को प्रदेश की वह राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी स्थित मारूति मंगलम परिसर में आयोजित भव्य कांवड़ यात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए।
हनुमान मंदिर से शुरू हुई कांवड़ यात्रा इससे पहले सीएम भूपेश मच्छी तालाब हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ के सुख और समृद्धि और मंगल कामना की। इस अवसर पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सावन का यह त्यौहार तप, त्याग का पर्व है, जिसमें कांवड़ यात्रा के तौर में श्रद्धालुओं को भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करने का मौका मिलता है, यह हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। सीएम भूपेश ने शिव भक्तों का बढ़ाया उत्साह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यात्रा के शुभारंभ में मंत्रो के उच्चारण और विधिविधान से कांवड़ पूजन किया। जिसके बाद भगवान शिव का आशीर्वाद लेकर कांवड़ यात्रा का आगाज़ किया। मुख्यमंत्री भूपेश ने कांवड़ यात्रा की अगुवाई करके शिव भक्तों का उत्साह बढ़ाया।
हनुमान मंदिर से शुरू हुई कांवड़ यात्रा इससे पहले सीएम भूपेश मच्छी तालाब हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ के सुख और समृद्धि और मंगल कामना की। इस अवसर पर संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सावन का यह त्यौहार तप, त्याग का पर्व है, जिसमें कांवड़ यात्रा के तौर में श्रद्धालुओं को भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करने का मौका मिलता है, यह हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। जब सीएम बघेल बने कांवड़िया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूजा अर्चना के बाद कुछ दूर तक कांवड़ लेकर पैदल यात्रा भी की । कांवड़ यात्रा में सैकड़ों की तादाद में महिला और पुरुष भक्तों भजन की धुन पर झूमते रहे व् कांवड़ लेकर शामिल हुए। इस कांवड़ यात्रा का आयोजन रायपुर शहर के रायपुरा में खरं नदी के तट पर स्थित महादेवघाट हटकेश्वरधाम शिव मंदिर तक किया गया था।इस कावड़ यात्रा में गुढ़ियारी, पंडित दीनदयाल नगर, रायपुरा, सुंदर नगर, डंगनिया जैसे क्षेत्र से 500 से ज्यादा कावड़िए रायपुरा के महादेवघाट हाटकेश्वरधाम के लिए रवाना हुए।