मंत्रालय में पदस्थ अफसरों के भम्रण, निरीक्षण की ट्रैकिंग
भोपाल
मंत्रालय में पदस्थ अधिकारियों के द्वारा किए जाने वाले भ्रमण, निरीक्षण की आॅनलाईन एंट्री , ट्रेकिंग और मानीटरिंग के लिए एक अलग संस्थागत व्यवस्था बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री सचिवालय अब इसकी सीधी मानीटरिंग करेगा। मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रानिक्स डेवलपमेंट कारपोरेशन इसके लिए एक पोर्टल तैयार करेगा। यहां आॅनलाईन अधिकारी इसमें अपने भ्रमण, निरीक्षण, दौरे और उस दौरान की गई कार्यवाहियां, मिली कमियां और नवाचारों के बारे में एंट्री किया करेंगे। इसकी रिपोर्ट नियमित रुप से मुख्यमंत्री सचिवालय को भेजी जाएगी। इस पोर्टल पर मंत्रालय के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और सभी विभागाध्यक्ष अपने दौरों की रिपोर्ट आॅनलाईन भरेंगे।
इसलिए पड़ी जरूरत
सभी एसीएस, पीएस, सचिव,विभागाध्यक्ष, कलेक्टर, कमिश्नर करे हर माह अपने क्षेत्र में दौरा करने, ग्रामीण अंचलों में रात्रि विश्राम करने के निर्देश है। यह व्यवस्था इसलिए शुरु की गई थी कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की मैदानी हकीकत देखी जा सके। योजनाओं को सही ढंग से अमली जामा पहनाने में आ रही दिक्कतों को पहचानकर उनमें बदलाव किया जा सके। लेकिन यह देखने में आ रहा था कि नगरीय निकाय और पंचायत चुनावो के दौरान अफसरों की व्यस्तता रही और अफसरों के भ्रमण, निरीक्षण में कमी आ गई। पूरे एक साल के अधिकारियों के भ्रमण और निरीक्षण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास जब इसकी रिपोर्ट पहुंची तो उन्होंने अफसरों के दौरे, निरीक्षण में कमी पर सख्त नाराजगी जाहिर की है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए आॅनलाईन व्यवस्था करने को कहा है। आॅनलाईन व्यवस्था होंने से अफसरों को इसको भरना अनिवार्य हो जाएगा। जो अधिकारी भ्रमण निरीक्षण नहीं करेंगे वे सीधे मुख्यमंत्री की नजर में आ जाएंगे। ऐसे लापरवाह अफसरों पर सीएम सचिवालय कार्यवाही प्रस्तावित कर सकेगा।