November 28, 2024

‘मंदिरों पर हमले मंजूर नहीं’, ऑस्ट्रेलिया में बोले PM मोदी- T20 मोड में, जानिए भाषण की बड़ी बातें

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सिडनी
ऑस्ट्रेलिया के तीन दिनों के दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंदिरों पर हमले का मुद्दा उठाया है। बीते कुछ महीनों में ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी उपद्रवियों द्वारा हिंदू मंदिरों पर हमले करने का मुद्दा उठाया और ऐक्शन लेने की अपील की। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज ने कड़े ऐक्शन का भरोसा दिलाया है। पीएम मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'पीएम एंथनी अल्बनीज और मैंने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हुए हमलों को लेकर बात की। यहां अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों पर भी बात हुई।'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम ऐसे किसी तत्व को स्वीकार नहीं करेंगे, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्तों पर असर डालते हों। पीएम अल्बनीज ने मुझे भरोसा दिलाया है कि वे भविष्य में भी ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेंगे।' पीएम ने इस दौरान एक बार भी खालिस्तान शब्द का जिक्र नहीं किया, लेकिन अलगाववादी तत्वों से उनका इशारा इसी तरफ था। इसे लेकर जब अल्बनीज ने सवाल किया गया तो उन्होंने भी कहा कि धार्मिक स्थानों और पूजा स्थलों पर हमला करने की घटनाओं से सख्ती से निपटा जाएगा।  

पीएम मोदी ने अल्बनीज की मौजूदगी में कहा, 'हमें यह कतई मंजूर नहीं है कि कोई भी अपने कृत्यों या विचारधारा से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण संबंधों को ठेस पहुंचाए।' मोदी ने ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अल्बनीज का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री अल्बनीज ने आज मुझे एक बार फिर आश्वासन दिया है कि वह भविष्य में भी ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना जारी रखेंगे।’ ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ अपनी लगातार हो रही बैठकों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि यह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों की गहराई को दर्शाता है।

उन्होंने कहा, ‘पिछले एक वर्ष में हम छठी बार मिल रहे हैं। यह हमारे व्यापक संबंधों की गहराई और परिपक्वता को दर्शाता है। क्रिकेट की भाषा में कहें, तो हमारे संबंध टी20 प्रारूप में हैं।’मोदी ने बताया कि दोनों पक्षों ने खनन और महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग पर भी सार्थक चर्चा की। प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया में जीवंत भारतीय समुदाय को दोनों देशों के बीच एक सेतु बताया। दोनों प्रधानमंत्रियों ने खुले, समृद्ध और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया। अल्बनीज ने कहा, 'यह एक ऐसा रिश्ता है, जिसमें हमें निवेश करने की जरूरत है। भारत के साथ हमारी मजबूत साझेदारी व्यापार, निवेश, क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदेमंद है।’

 

 पीएम मोदी ने क्या कहा आइए जानते हैं उनके भाषण की मुख्य बातें।

    पीएम मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर होने वाले हमलों और अलगाववादी तत्वों की गतिविधियों के संबंध में हमने पहले भी बात की थी और आज भी बात की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के सौहार्दपूर्ण रिश्तों को कोई भी तत्व अपने विचारों या एक्शन से आघात पहुंचाए ये हमें स्वीकार्य नहीं है।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में कहा कि क्रिकेट की भाषा में कहूं तो हमारे और ऑस्ट्रेलिया के संबंध T- 20 मोड में आ गए हैं। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच जीवित पुल है। आज प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से वार्ता में हमने अगले दशक में अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बात की। नए क्षेत्रों में आपसी सहयोग की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की।

    ऑस्ट्रेलिया में पीएम मोदी ने कहा कि भारत ऑस्ट्रेलिया संबंधो का परिप्रेक्ष्य केवल दो देशों तक सीमित नहीं है। यह क्षेत्रीय स्थिरता, शांति और विश्व कल्याण से भी जुड़ा है। क्वाड समिट में प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज के साथ हमने इंडो-पैसिफिक पर भी चर्चा की। भारत ऑस्ट्रेलिया सहयोग ग्लोबल साउथ की प्रगति में भी लाभकारी हो सकते हैं।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि आज खनन और महत्वपूर्ण खनिज के संबंध अपने रणनीतिक सहयोग को आगे बढ़ाने पर सकारात्मक चर्चा हुई। नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग के लिए ठोस क्षेत्र की पहचान की।ग्रीन हाइड्रोजन पर एक टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया। कल ऑस्ट्रेलियाई CEO’s से विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को लेकर मेरी उपयोगी बात हुई।

    ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, “मैं इस साल क्रिकेट विश्व कप के लिए पीएम एंथनी अल्बनीज और सभी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट प्रशंसकों को भारत आने का निमंत्रण देता हूं। उस समय आपको भारत में भव्य दिवाली भी देखने को मिलेगी।

 

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