बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक कराने EC ने नहीं दी अनुमति
भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक कराने चुनाव आयोग ने अनुमति नहीं दी है, जिसके कारण एक दर्जन मुद्दों पर निर्णय नहीं हो पा रहा है। बीयू ने ईसी की तिथि निर्धारित कर दी थी। इसी दौरान आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आचार संहिता लगा दी। बीयू ने ईसी की बैठक करने आयोग से अनुमति मांगी, जो अभी तक नहीं दी गई।
बैठक में 14 लाख रुपये के एयर टिकट के भुगतान पर गहमागमी होने के कयास लगाये जा रहे हैं। इसके अलावा महिला अध्ययन विभाग की रिसर्च आॅफिसर को एक साल का भुगतान करने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। बीयू में अप्रैल 2015 में स्टेम सेल पर सेमीनार का आयोजन किया गया था। इसमें तत्कालीन कुलपति मुरलीधर तिवारी ने मेसर्स टेÑवर्ल्स प्लनेट के माध्यम से विद्वानों के लिये 19 लाख 41 हजार 22 रुपये के टिकट कराये थे। इसमें बीयू ने छह लाख 87 हजार रुपये का भुगतान कर दिया था। शेष 12 लाख 53 हजार 823 रुपये का भुगतान होना शेष है। सात साल में बीयू टेÑवर्ल्स एजेंसी का भुगतान नहीं किया है। इसकी वजह तत्कालीन कुलपति तिवारी को भुगतान करने का अधिकार प्राप्त नहीं था। इसके बाद भी बीयू ने आदेश देकर टिकट करा लिये थे। इसके चलते ट्रेवर्ल्स एजेंसी ने हाईकोर्ट में याचिक दायर कर ब्याज सहित भुगतान करने की गुहार लगाई है। इसके चलते हाईकोर्ट ने बीयू के ब्याज सहित 14 लाख चार हजार 283 रुपये भुगतान करने के आदेश बीयू को दिये हैं। इसे लेकर बीयू के ईसी सदस्यों में घमासान जरुर होगा। बीयू को समय रहते राशि का भुगतान करना था, जिसके करण बीयू को ब्याज की राशि को नहीं भुगतना पड़ता।
गाड़ी खरीदी से बचेगी बीयू की प्रतिष्ठा, अभी 5 कंडम वाहन
एजेंडा में बताया गया है कि बीयू दो बोलेरो गड़ियों की खरीदी करेगा। इससे बीयू की प्रतिष्ठा बन जाएगी। क्योंकि बीयू में पांच कंडम वाहन मौजूद हैं। इससे बीयू की प्रतिष्ठा को क्षति हो रही है। इसलिये बीयू दस लाख 88 और दस लाख 76 हजार रुपये में दो बोलोरा गाड़ी खरीदकर अपनी प्रतिष्ठा को बचाएगा। इसके अलावा बैठक में बीयूआईटी में पढ़ा रहे शिक्षकों को मानदेय 25 हजार से बढ़ाकर 35 हजार किया जाएगा। जबकि महिला अध्ययन विभाग की रिसर्च आॅफिसर का वेतन 12 हजार से ज्यादा करने में कोई विचार नहीं किया जाएगा।
16 माह से नहीं मिला प्रोफेसर को वेतन, ईसी में होगी चर्चा
महिला अध्ययन विभाग में जया फूकन को 16 माह से वेतन आवंटित नहीं किया गया है। उन्हें 12 हजार रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाना है। जबकि कमेटी द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर के समक्ष वेतन आवंटित करने के आदेश हो चुके हैं। इसके बाद भी बीयू अधिकारी उनके मानिसक तौर पर प्रताड़ित करते हुये उनका आर्थिक शोषण करने में लगे हुये हैं। उनके वेतन के संबंध में ईसी सदस्य चर्चा करेंगे।