UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए वरदान साबित हो रही Yogi सरकार की अभ्युदय योजना
यूपी
संघ लोकसेवा आयोग (UPSC) ने हाल ही में 2022 परीक्षा के परिणाम जारी किए थे। इन परिणामों में यूपी के काफी युवाओं को सफलता मिली है। इसमें कई ऐसे भी युवा हैं जिनको योगी सरकार की अभ्युदय योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे कोचिंग सेंटरों का लाभ मिल रहा है। इस साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में इन सेंटरों के 13 उम्मीदवारों का चयन हुआ है। इससे पहले यूपी पीसीएस की परीक्षा में भी 95 अभ्यर्थियों को सफलता मिली थी। इसलिए यूपी सरकार के मंत्री भी छात्रों को सलाह दे रहे हैं कि वो सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
पिछले दो वर्षों में अभ्युदय कोचिंग सेंटर में आया बदलाव
पिछले दो वर्षों में इन कोचिंग सेंटरों में एक बड़ा परिवर्तन आया है। हाल ही में अभ्युदय केंद्रों से 95 अभ्यर्थियों ने यूपी पीसीएस परीक्षा में सफलता हासिल की है। यह बदलाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), समाज कल्याण, असीम अरुण के प्रयासों से संभव हुआ है। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, यूपी सरकार में मंत्री और पूर्व पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने इन कोचिंग संस्थानों को यूपी के छात्रों के लिए उत्साहजनक और कारगर बताया है।
आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों के लिए उपयोगी
जब कोचिंग संस्थान महामारी के दौरान बंद हो गए और ऑनलाइन मोड पर चले गए, तो आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के छात्रों के लिए यह महंगा हो गया। उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े पैमाने पर अभ्युदय कोचिंग सेंटरों को मजबूत करने का फैसला किया, जो 2020 से शुरू हुआ था। पिछले एक साल में, हमने निजी शिक्षकों की भर्ती की और उन्हें 90 मिनट के प्रत्येक व्याख्यान के लिए 2,000 रुपये दिए। एसडीएम और सीडीओ रैंक के सेवारत अधिकारियों को इसमें शामिल किया गया।
उम्मीदवारों को टिप्स देने के लिए बाहर की मदद
असीम अरुण ने कहा कि, कुछ अधिकारी स्वेच्छा से हमारे साथ शामिल हुए। हमने अलीगंज (लखनऊ) में यूपी एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट (UPAAM) के महानिदेशक एल वेंकटेश्वरलू के साथ समन्वय किया, जिन्होंने उम्मीदवारों के लिए सामग्री और पाठ्यक्रम तैयार करने में हमारी मदद की। मैंने इंटरव्यू क्रैक करने के लिए उम्मीदवारों को टिप्स देने के लिए कुछ सत्र भी आयोजित किए। पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह जैसे अफसरों ने मॉक इंटरव्यू किए और इसके नतीजे निकले।
उम्मीदवारों को बेहतर ट्रेनिंग देने की कोशिश
यूपी सरकार के मंत्री ने कहा कि, हमने एक वर्ष के लिए एक निजी ई-लर्निंग कंपनी के साथ सहयोग किया है जो उम्मीदवारों को ट्रेनिंग देगी। जिलों में अपने केंद्रों को संसाधन उपलब्ध कराए हैं। जल्द ही, हम कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT), एनईईटी, कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS), एसएसबी और यहां तक कि यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टरों की भर्ती के लिए परीक्षा के लिए भी मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।