कृषि मंत्री के वचन पर मोहर लगी, भारती कमेडिया बनीं हरदा नगर पालिका अध्यक्ष
हरदा
कृषि मंत्री के गढ़ की हरदा नपा में फिर खिला कमल, भाजपा पार्षद अंशुल गोयल बने नपा उपाध्यक्ष, अध्यक्ष चुनाव में भाजपा प्रत्याशी भारती राजू कमेडिया को मिले 26 वोट, 10 पार्षद होने के बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी सुप्रिया पटेल को मिले सिर्फ 9 वोट, हरदा नपा अध्यक्ष चुनाव में क्रास वोटिंग होने से कांग्रेस में मचा हड़कंप
प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल जो बात कहते हैं वह पूरी भी करते हैं। यह बात एक बार फिर से साबित हो गई हैं। कृषि मंत्री के वचन पर मोहर लगी हैं और भाजपा पार्षद भारती राजू कमेडिया हरदा नगर पालिका की नई अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। कृषि मंत्री श्री पटेल ने भारती कमेडिया को नपाध्यक्ष का उम्मीदवार पहले की घोषित कर दिया था। शनिवार की देर रात को भाजपा संगठन ने भारती राजू कमेडिया को भाजपा पार्षद दल का नेता घोषित किया।
स्थानीय नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में वार्ड-34 की पार्षद भारती कमेडिया ने नामांकन पत्र जमा किया। जबकि कांग्रेस से वार्ड-15 की पार्षद सुप्रिया अशोक पटेल का नामांकन जमा हुआ। मतदान के बाद निर्वाचन की अधिकृत घोषणा हुई। जिसमें अप्रत्याशित परिणाम सामने आए। भाजपा प्रत्याशी भारती राजू कमेडिया को 26 वोट और सुप्रिया पटेल को 9 वोट मिले। निर्वाचन अधिकारी ने भारती कमेडिया के अध्यक्ष निर्वाचित होने की घोषणा की। वहीं नपा उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा के अंशुल गोयल ने जीत दर्ज की हैं। नपा उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस से प्रीति धर्मेन्द्र चौहान ने नामांकन जमा किया।
अंशुल गोयल को 24 वोट एवं प्रीति चौहान को 10 वोट प्राप्त हुए। जबकि एक वोट निरस्त हो गया। इस प्रकार अंशुल गोयल हरदा नपा के नए उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए। नपाध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचन के बाद शहर में भाजपा ने विजयी जुलूस भी निकाला। जुलूस में कृषि मंत्री कमल पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष अमरसिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र शाह, नपा चुनाव में भाजपा के पर्यवेक्षक योगेश मेहता, पूर्व नपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन, युवा भाजपा नेता संदीप पटेल, सुदीप पटेल, भाजपा नेता सिद्धार्थ पचौरी, राजू कमेडिया, प्रहलाद पटेल, उदयसिंह चौहान, विजय जेवल्या सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। भाजपा का विजयी जुलूस शहर के मुख्य मार्गो से होकर गुजरा। जुलूस का जगह-जगह शहर के नागरिकों ने स्वागत भी किया।
कमल पटेल के नेतृत्व में हरदा नपा में लगातार तीसरी बार खिला कमल
प्रदेश के कृषि मंत्री एवं हरदा विधायक कमल पटेल के नेतृत्व में हरदा नपा में तीसरी बार कमल खिला हैं। शहर सरकार पर भाजपा का फिर कब्जा हुआ हैं। हरदा जिले में शहर सरकार बनाने पर भाजपा फिर सिरमौर हुई हैं। हरदा के साथ-साथ जिले की टिमरनी नगर परिषद में रविवार को भाजपा के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। एक दिन पहले ही जिले की खिरकिया एवं सिराली नगर परिषद में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की हैं। वहीं हरदा नपा में कृषि मंत्री के नेतृत्व में तीसरी बार भाजपा का कब्जा बरकरार रहा हैं। वर्ष 2015 में नपा अध्यक्ष पद के लिए खाली कुर्सी भरी कुर्सी प्रक्रिया में कांग्रेस की संगीता बंसल के बाद भाजपा से साधना सुरेंद्र जैन को नपाध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद वर्ष 2017 के नगर पालिका के चुनाव में सुरेंद्र जैन ने कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा को पराजित किया था। अब पार्षदों ने मत प्राप्त कर भाजपा की भारती राजू कमेडिया नपा अध्यक्ष बनीं हैं।
कृषि मंत्री ने कहा, जनता ने जो विश्वास किया, उस कसौटी पर खता उतरेंगे
हरदा प्रवास के दौरान कृषि मंत्री कमल पटेल ने नवनिर्वाचित नपाध्यक्ष भारती कमेडिया एवं उपाध्यक्ष अंशुल गोयल को बधाई दी। कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि हरदा शहर के विकास के लिए जनता ने जो विश्वास दिया है। उस कसौटी पर हम खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि हरदा को विकास के साथ-साथ हर क्षेत्र में नंबर वन बनाने का हमारा जो संकल्प हैं। उसे हम सब मिलकर पूरा करेंगे। कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार हैं। अब हरदा में नपा में भाजपा काबिज होने से शहर को विकास के पंख लगेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में हरदा को नंबर वन शहर बनाएंगे। श्री पटेल ने भाजपा को भरपूर समर्थन देने के लिए शहर के मतदाताओं का आभार व्यक्त किया हैं।
हरदा में क्रास वोटिंग से कांग्रेस में मची हलचल
हरदा नपाध्यक्ष पद के चुनाव में क्रास वोटिंग होने से कांग्रेस में हलचल मची हुई हैं। दरसअल शहर के 35 वार्डो में से 24 में भाजपा, 10 में कांग्रेस एवं 1 निर्दलीय पार्षद चुनाव जीते हैं। लेकिन नपाध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को 26 वोट मिले। जो कि भाजपा पार्षदों की कुल संख्या 24 से दो ज्यादा हैं। जबकि 10 पार्षद होने के बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी सुप्रिया पटेल को एक वोट कम यानी 9 ही वोट मिले हैं। ऐसे में साफ हैं कि कांग्रेस की तरफ से क्रास वोटिंग हुई हैं। अब कांग्रेस से दो पार्षदों के वोट भाजपा के पक्ष में गए हैं या फिर एक कांग्रेस एवं एक निर्दलीय का वोट मिला हैं। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी सहित शहर की जनता के बीच भी चचार्एं शुरू हो गई हैं।