जिनपिंग को क्यों हर मुस्लिम का चाहते हैं ‘चीनीकरण’! मस्जिदों के गुंबदों और मीनारों से इतनी नफरत?
बीजिंग
कुछ दिनों पहले हजारों अल्पसंख्यक मुसलमानों ने दक्षिण-पश्चिम चीन में एक मस्जिद को बचाने के लिए घेर लिया। वे इसे चीनी अधिकारियों की कार्रवाई से बचा रहे थे जो मस्जिद के गुंबद और मीनारों को हटाने का प्रयास कर रहे थे। अधिकारी युन्नान प्रांत के नजियायिंग गांव में 'हुई' (Hui) समुदाय से जुड़ी एक मस्जिद में तोड़फोड़ कर उसका आकार बदलने का प्रयास कर रहे हैं। यह प्रयास ऐसे समय में किया जा रहा है जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से मुस्लिमों के 'चीनीकरण' का व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
सीएनएन की खबर के अनुसार जिनपिंग की इस नीति का उद्देश्य विदेशी प्रभावों (अरब देशों) वाली धार्मिक मान्यताओं को दूर करना और उन्हें पारंपरिक चीनी संस्कृति के और करीब लाना है। हुई कार्यकर्ताओं का कहना है कि हाल के वर्षों में अधिकारियों ने खुले तौर पर गुंबदों को नष्ट कर और मीनारों को तोड़कर इस्लामिक आर्किटेक्चर को बदला है। नजियायिंग मस्जिद अंतिम बचीं कुछ मस्जिदों में से एक है।
चीनीकरण का अगला शिकार बनेगी नजियायिंग?
नजियायिंग मस्जिद हुई मुस्लिम के लिए एक ऐतिहासिक घर और युन्नान में इस्लामी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। लेकिन अब जिनपिंग के 'चीनीकरण' अभियान का अगला शिकार नजियायिंग बनने वाली है। लेकिन इस तोड़फोड़ के प्रयास को स्थानीय निवासियों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ रहा है। होप अम्ब्रेला इंटरनेशनल फाउंडेशन की स्थापना करने वाले अमेरिका के हुई कार्यकर्ता मा (Ma) ने कहा कि चीन में हुई अब लगातार डर की स्थिति में रह रहे हैं।
इस्लाम का पालन करने पर रोक
हुई कार्यकर्ताओं और अधिकार समूहों का दावा है कि अधिकारियों ने हाल के वर्षों में चीन भर में हुई मुसलमानों की धार्मिक प्रथाओं को प्रतिबंधित करने के प्रयासों को तेज कर दिया है। इसमें इस्लामिक स्कूलों, अरबी क्लासेस को बंद करना और बच्चों को इस्लाम सीखने और उसका पालन करने से रोकना शामिल है। मा के अनुसार, युन्नान में दो सौ से अधिक मस्जिदें पहले ही अपने गुंबदों और मीनारों को खो चुकी हैं। देश के उत्तर-पश्चिम में एक हजार से अधिक मस्जिदें भी इस अभियान का शिकार बनी हैं।