November 25, 2024

अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध का ‘लाइसेंस’ दिया, रूस के तेल संयंत्र में आग लगी

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मॉस्को
 रूस के क्रास्नोडार क्षेत्र में  तड़के एक ड्रोन दुर्घटना के कारण अफिप्स्की तेल रिफाइनरी में आग लग गयी।

गवर्नर वेनामिन कोंद्रातिव ने टेलीग्राम पर कहा, "सेवरस्की जिले में अफ़िप्स्की तेल रिफाइनरी के क्षेत्र में आग लग गयी। कच्चे तेल का आसवन करने वाले प्रतिष्ठानों में से एक में आग लगी है। आग एक यूएवी मानव रहित हवाई वाहन के अफ़िप्स्की तेल रिफाइनरी के क्षेत्र में टकराने से लगी। आग 100 वर्ग मीटर के क्षेत्र में लगी थी । इससे कोई हताहत नहीं हुआ है।"

 कोंद्रातिव ने बताया कि संयंत्र के अग्निशमन दल, साथ ही रूसी आपातकालीन स्थिति मंत्रालय और आपातकालीन सेवाओं के अग्निशामकों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध का 'लाइसेंस' दिया: एंटोनोव

वाशिंगटन
अमेरिका में रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव ने कहा कि अमेरिका ने मॉस्को पर हाल ही में किए गए ड्रोन हमलों की सार्वजनिक रूप से अनदेखी कर रहा है और इस प्रकार से वह यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध करने का 'लाइसेंस' दे रहा है।

 एंटोनाेव ने संवाददाताओं से कहा, “यूक्रेन में छद्म राजनेता केवल एक चीज का ध्यान रखते हैं, वह है अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों की स्थिति। पीले-नीले शेवरॉन धारण करने वाले ठगों के अत्याचारों को देखकर चुप रहना और अनदेखी करना नाजियों को रूसी सशस्त्र बलों के साथ उनके व्यर्थ टकराव को जारी रखने का एक प्रकार का लाइसेंस प्रदान करना है।”

उन्होंने कहा कि माॅस्को पर हाल ही किए गए ड्रोन हमले पर वाशिंगटन का बयान वास्तव में आतंकवादियों को प्रोत्साहित करता है।

उन्होंने कहा, “हमने आतंकवादियों द्वारा माॅस्को पर किये गये ड्रोन हमले के संबंध में वाशिंगटन के बयानों पर गौर किया है। वास्तव में, वह यूक्रेनी आतंकवादियों को प्रोत्साहित करने जैसा है। केवल अमेरिकी अधिकारियों के वाक्यांश पर गौर करें तो लगता है वह इस बात को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं ,जब वे कहते हैं कि जो कुछ हुआ हम उसके बारे में जानकारी एकत्रित कर रहे हैं।”

श्री एंटोनोव ने कहा, “और फिर वे तुरंत मीडिया में आकर हमारे देश के खिलाफ बयान देते हैं। तो वास्तव में, क्या वहां का प्रशासन यह नहीं समझता है कि रूसी क्षेत्र पर यूक्रेनी हमलों का समर्थन नहीं करने के बारे में उनके नारों पर कोई विश्वास नहीं करता है? विशेष रूप से तब जबकि ये वक्तव्य हिचकिचाहट और संकोच के साथ दिए जा रहे हों।”

 

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