कांग्रेस कुलदीप बिश्नोई को आसानी से नहीं छोड़ेगी ! संपत सिंह को उनकी सीट से उतारने की तैयारी
चंडीगढ़
हरियाणा के पूर्व मंत्री संपत सिंह की कांग्रेस में वापसी होने जा रही है। खबर है कि सोमवार को वह चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। खास बात है कि साल 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने के चलते उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया था। इसके अलावा हाल में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई से भी उनके मतभेद की खबरें सामने आती रही हैं। सिंह ने रविवार को आजाद नगर इलाके में अपने समर्थकों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि वह कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान के नेतृत्व में पार्टी में शामिल होंगे। साल 2019 में कांग्रेस ने पूर्व विधायक बिश्नोई के वफादार माने जाने वाले रणधीर परिहार के नालवा विधानसभा से टिकट दे दिया था।
भाजपा में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई, 6 साल बाद फिर छोड़ा कांग्रेस का साथ
सिंह ने बगैर नाम लिए बिश्नोई पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'अगर कांग्रेस में अपने स्वार्थ वाले ये नेता नहीं होते, तो पार्टी हुड्डा के नेतृत्व में 2019 में सत्ता में आ गई होती।' उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने अपने समर्थकों से कांग्रेस के साथ अपने मतभेद भुलाने की अपील की है।
आदमपुर सीट पर नजर?
बिश्नोई के इस्तीफे के बाद राज्य की आदमपुर सीट खाली हो गई है। यहां उपचुनाव होने हैं। सिंह ने आदमपुर क्षेत्र का भी जिक्र किया और कहा, 'मुझे भरोसा है कि कांग्रेस यह उपचुनाव जीत जाएगी।' अब सिंह की कांग्रेस में वापसी ने आदमपुर उपचुनाव में उनकी उम्मीदवारी को लेकर अटकलें तेज कर दी हैं। वह 2008 में यहां से चुनाव लड़ चुके हैं और उस दौरान वह तीसरे स्थान पर रहे थे।