September 24, 2024

पति ने अपनी पत्नी को निर्वस्त्र कर सड़क पर बेल्ट से पीटा

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शिवपुरी
 इंदार थानांतर्गत ग्राम गागौलनी चक निवासी एक युवक अपनी पत्नी की छोटी बहन को दूसरी पत्नी बनाकर रखना चाहता था। इसके लिए वह पत्नी पर दबाव डाल रहा था कि वे अपनी छोटी बहन को इसके लिए राजी कर ले। लेकिन इसके लिए उसकी पत्नी राजी नहीं हुई तो इससे नाराज होकर पति ने उसे सरेराह निर्वस्त्र करके बेल्ट और पत्थरों से निर्ममता से मारा पीटा। मारपीट में महिला को काफी गंभीर चोट आई हैं। उसके पूरे शरीर पर मारपीट के निशान बन गए हैं। युवक की घायल पत्नी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के अनुसार ग्राम गागौनी चक निवासी हल्के जाटव की शादी करीब 10 साल पहले ग्राम बांसौडा निवासी पूजा जाटव के साथ हुई थी। पूजा की सबसे छोटी बहन बड़ी हो गई तो हल्के जाटव उस पर बुरी नीयत रखने लगा। इसी के चलते वह अपनी पत्नी पूजा पर दबाव बनाने लगा कि वह छोटी बहन को उससे बात करने और उसकी पत्नी बनकर यहीं रहने के लिए राजी करे। पूजा ने इसके लिए राजी नहीं हुई तो आए दिन मारपीट करने लगा। दो दिन पहले पूजा के छोटे भाई जितेंद्र की शादी हुई थी। शादी के बाद हल्के अपनी पत्नी पूजा सहित पिता रज्जू जाटव व मां गुलाब बाई के साथ वापस घर आ रहा था।

 उसने माता-पिता को बस में बैठा दिया और खुद पत्नी को बाइक पर बिठाकर आ रहा था। पहले तो उसने पूजा से भाभी से बात करने पर नाराजगी जाहिर की और फिर रास्ते में टायलेट करने के बहाने गाड़ी रोककर छोटी बहन को राजी नहीं करने की बात कहकर बेल्ट से पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। उसने सरेराह पत्नी को निर्वस्त्र कर दिया। बेल्ट से पीटने के बाद पत्थर भी मारे। पूजा के ताऊ पप्पू का कहना था कि हल्के लगातार उनसे कह रहा था कि वह पूजा की छोटी बहन को उसके साथ पत्नी बनाकर भेजें। उसने शादी के दौरान लगातार दो दिन तक इस बात की जिद भी की, जिस पर हमने हल्के से साफ मना कर दिया।

मैंने समधन से कहा था पूजा को मत भेजो

हल्के की मां गुलाब बाई ने बताया कि हल्के उसकी साली रक्षा को पत्नी बनाकर रखना चाहता था। गुलाब बाई के अनुसार उसने और हल्के के पिता ने उसे यह बात समझाने की कोशिश की तो हल्के ने अपने पिता को ही निर्ममता से मारा पीटा। इसके अलावा जब ससुराल वालों ने उसे समझाने का प्रयास किया तो उसने ससुराल वालों को भी मारा पीटा था।

 इस संबंध में थाने में भी एक मामला दर्ज है। गुलाब बाई का कहना है कि उसे तो पहले ही अंदेशा था कि हल्के घर जाकर पूजा को मारेगा पीटेगा, इसी के चलते उसने समधन को कहा था कि वह पूजा को अभी घर न भेजें, लेकिन जब उन्होंने पूजा को भेज दिया तो उसने घर पर एक व्यक्ति को पहले ही भेज दिया था ताकि वह पूजा की मारपीट न कर सके।

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