सभापति इलेक्शन : इंदौर में मुन्नालाल यादव निर्वाचित, 7 शहरों में भाजपा भारी
भोपाल
महापौर पद की शपथ के बाद प्रदेश के सात नगर निगमों में सभापति के इलेक्शन की कार्यवाही सोमवार को हो रही है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के नगर निगम सभापति का इलेक्शन भी शामिल है। इसके साथ ही इंदौर, भोपाल, खंडवा, बुरहानपुर, कटनी, सतना के नगर निगम सभापति का चुनाव भी कराया जा रहा है।
भाजपा ने इन सभी नगर निगमों के लिए सभापति के नाम घोषित कर दिए हैं जबकि कांग्रेस ने चुनावी प्रक्रिया पूरी होते-होते नामांकन दाखिल कराए हैं। इसके साथ ही प्रदेश के कई नगरपालिका और नगर परिषदों में भी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव कराए जा रहे हैं। भाजपा ने इंदौर नगर निगम के लिए सभापति का प्रत्याशी मुन्नालाल यादव को बनाया है। मुन्नालाल 1994 से पार्षद हैं और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। भोपाल में किशन सूर्यवंशी को कैंडिडेट बनाया गया है। सूर्यवंशी प्रदेश संगठन के करीबी माने जाते हैं।
कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में बीजेपी ने विजय पांडेय को सभापति का उम्मीदवार घोषित किया है। खंडवा में अनिल विश्वकर्मा ने सभापति के लिए नामांकन दाखिल किया है। अनिल ओबीसी मोर्चा जिला महामंत्री हैं और ओबीसी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रह चुके हैं। बुरहानपुर में धनराज महाजन को बीजेपी ने सभापति बनाने के लिए नामांकन दाखिल कराया है। महाजन बजरंग दल के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और संघ के कोटे से आते हैं। दूसरी ओर सतना नगर निगम के लिए राजेश चतुर्वेदी पालन और कटनी नगर निगम सभापति के लिए भाजपा ने मनीष पाठक को प्रत्याशी घोषित किया है। इसमें से कटनी में निर्दलीय जबकि छिंदवाड़ा में कांग्रेस के महापौर हैं। बाकी पांच नगर निगमों में बीजेपी के महापौर निर्वाचित हैं।
भोपाल नगर निगम अध्यक्ष निर्विरोध बनना तय
राजधानी में लंबी जद्दोजहद के बाद भाजपा की ओर से किशन सूर्यवंशी का नाम नगर निगम परिषद अध्यक्ष के लिए तय कर दिया गया है। आज दोपहर बाद नगर निगम परिषद की बैठक में नगर निगम अध्यक्ष का चयन होना है। किशन सूर्यवंशी का नाम जिला संगठन की ओर से आया था। संगठन का तर्क था कि विधायकों की पसंद से महापौर का टिकट फाइनल हुआ था, इसलिए परिषद अध्यक्ष का पद संगठन का हो। इस तर्क को मानते हुए सूर्यवंशी का नाम फाइनल हो गया। भोपाल नगर निगम में कुल 85 वार्डों में से 58 पार्षद भाजपा, 22 पार्षद कांग्रेस और 5 पार्षद निर्दलीय के हैं। ऐसे में कांग्रेस नगर निगम परिषद अध्यक्ष चुनाव के पक्ष में नहीं दिख रही है। इस तरह भोपाल नगर निगम परिषद अध्यक्ष निर्विरोध बनना तय माना जा रहा है। किशन सूर्यवंशी वार्ड 28 से भाजपा पार्षद चुने गए हैं। किशन सूर्यवंशी दूसरी बार के पार्षद हैं। अध्यक्ष के लिए भाजपा से आधा दर्जन से अधिक नाम सामने आए थे, जिस पर आपसी सहमति के बाद किशन सूर्यवंशी का नाम फाइनल किया गया है।
यहां हो चुका सभापति निर्वाचन अधिकांश में भाजपा
जिन नगर निगमों में सभापति के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कराई जा चुकी है, उनमें रीवा, ग्वालियर, मुरैना, उज्जैन, देवास, सागर, सिंगरौली के नाम शामिल हैं। रतलाम, जबलपुर में अभी सभापति के लिए चुनाव होना बाकी है। इनमें से अधिकांश नगर निगम में भाजपा पार्षदों की जीत हुई है। अब बाकी बचे निगमों में भी बीजेपी अपना परचम लहराने की कोशिश में जुटी है। उधर कांग्रेस ने भी पार्षदों की बाड़ेबंदी करके अपने सभापति बनाने के लिए कोई कसर नहीं रखी है।