बिना स्मार्ट फोन कैसे हो गिरदावरी, पटवारी नाराज
भोपाल
प्रदेश में फसल गिरदावरी के लिए किसानों को दिए गए अधिकार में स्मार्ट फोन बाधक बन रहे हैं। सरकार ने किसानों को गिरदावरी खुद करने के अधिकार तो दे दिए हैं लेकिन प्रदेश में लाखों किसान ऐसे हैं जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। ऐसे में उनके द्वारा खेत मे बोई गई धान, मूंग या अन्य फसल का डेटा वे नहीं भर सकेंगे। दूसरी ओर राजस्व विभाग ने एक सितम्बर से प्रदेश भर में राजस्व नक्शों में सुधार की तैयारी शुरू कर दी है।
राजस्व नक्शा सुधार अभियान की जानकारी सामने आने के बाद पटवारियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। एक अगस्त से किसानों द्वारा की जाने वाले आॅनलाइन गिरदावरी में यह बात सामने आई है कि प्रदेश में लाखों किसान ऐसे भी हैं जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। इन किसानों के द्वारा साधारण मोबाइल का इस्तेमाल किया जाता है या फिर वे मोबाइल से भी वंचित हैं। ऐसे में यह काम पटवारियों के लिए दिक्कत वाला होगा। पटवारी यह कहकर विरोध जता रहे हैं कि सरकार उन्हें मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा नहीं देती लेकिन रोज नए नए एप बनाकर उसकी जिम्मेदारी सौंप दी जाती है। पटवारी संघ ने कहा कि पटवारी पहले भी गिरदावरी की रिपोर्ट देते थे लेकिन अब किसानों को इसमें शामिल कर पटवारियों का काम बढ़ा दिया गया है। उन्हें दोहरा काम करना पड़ेगा।
न प्रमोशन की तैयारी, न वेतन भत्तों का लाभ
राजस्व विभाग के पटवारी सरकार की वर्किंग स्टाइल से नाराज हैं। इनका कहना है कि काम तो सरकार हर विभागों का कराती है लेकिन जब पटवारियों के लिए वेतन, भत्ते की सुविधा देने की बात आती है तो कोई कार्यवाही नहीं होती। सबको कार्यवाहक प्रमोशन देने की तैयारी है लेकिन पटवारी की बात कोई नहीं करता।