September 28, 2024

प्रदेश में 16 जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी, खंडवा, बुरहानपुर के रास्ते MP में आएगा मानसून

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भोपाल

भारत में बारिश के मौसम की शुरुआत हो गई। ऐसा नहीं है कि पहली बार मानसून के आने में देरी हुई है। इसके पहले साल 2016 और 2019 में मानसून आठ जून को आया था।  केरल में मानसून की दस्तक हो चुकी है और अब मध्य प्रदेश में भी 20 जून के बाद कभी भी मानसून पहुंचने के संकेत है। इस बार मानसून की एंट्री खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर के रास्ते प्रदेश में आने का अनुमान है।

हालांकि इससे पहले प्री-मानसून की एक्टिविटी जारी रहेगी, जिसके चलते बारिश और तेज हवाओं का असर देखने को मिलेगा । जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से आ रही नमी के चलते आज शुक्रवार को 16 जिलों में बारिश के आसार है।

आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आज शुक्रवार को प्रदेश के 16 जिलों श्योपुरकलां, धार, रायसेन, बैतूल, भिंड, राजगढ़, खंडवा, विदिशा, सागर, अशोकनगर, बुरहानपुर, उज्जैन, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, डिंडोरी और दमोह जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। भोपाल में बादल छा सकते हैं। अगले 24 घंटे मौसम शुष्क रहेगा। जबलपुर सहित संभाग में कहीं-कहीं हल्के बादल छा सकते हैं तेज हवा के साथ बूंदाबांदी की भी आशंका है।

13 साल में दो बार समय से पहले आया मानसून
पिछले 13 साल में दो बार 10 जून को ही मानसून की एंट्री हो गई थी। वर्ष 2013 और 2021 में मानसून समय से पहले आ गया था। आमतौर पर मानसून आने की तारीख 15 जून है।

भोपाल में 40Km स्पीड से चली हवा

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि हल्की बारिश के साथ प्रदेश में हवा की रफ्तार भी बढ़ गई है। भोपाल में 40Km प्रतिघंटे की स्पीड में हवा चलेगी। गुरुवार रात में भी तेज हवा चली। पिछले 24 घंटे में भोपाल में 0.4, तो ग्वालियर में 1.8 मिमी बारिश हुई।

पिछले साल 20 जून को भोपाल में एंट्री

पिछले साल भोपाल में 20 जून को मानसून आ गया था। इंदौर में 17 जून, ग्वालियर में 30 जून और जबलपुर में 17 जून को मानसून ने एंट्री की थी। वहीं, 1 जुलाई को प्रदेश में मानसून पहुंच गया था। अब तक के अनुमान के अनुसार इस बार मानसून कुछ दिन लेट हो जाएगा।

एक साथ कई सिस्टम सक्रिय

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आज शुक्रवार को भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, चंबल, इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। इस दौरान 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के हवा चलने का अनुमान है।वही पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से अलग-अलग मौसम प्रणालियां बन रही हैं जिसके असर से तीन-चार दिनों तक बादल छाने के साथ ही तेज हवा और कहीं-कहीं बूंदाबांदी के आसार बन रहे हैं।

चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में अरब सागर में चक्रवाती तूफान और जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके चलते नमी आ रही है। वही पंजाब और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग दो चक्रवात बने हुए हैं। इसके अलाव बिहार, मध्यप्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना होते हुए कर्नाटक तक एक ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसके अलावा अरब सागर में बने बीपरजाय चक्रवाती तूफान उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए गुजरात तट के नजदीक पहुंचने का अनुमान है, जिसके प्रभाव से प्रदेश में बारिश और तेज हवा चलने का अनुमान है।

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