उद्धव ठाकरे ने घोषणा के बावजूद एमएलसी पद से नहीं दिया इस्तीफा, क्या है कारण
मुंबई
सियासी उठापटक के बीच एक बड़ी ही दिलचस्प जानकारी सामने निकलकर आई है। बताया गया है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घोषणा के बावजूद अबतक आधिकारिक रूप से एमएलसी पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इस बात की जानकारी पीटीआई ने विधान भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से दी है। जबकि इस बात का ऐलान उद्धव ने काफी पहले किया था।
तकनीकी रूप से अब भी हैं विधान परिषद सदस्य
दरअसल, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्यता से आधिकारिक रूप से अबतक इस्तीफा नहीं दिया हैं। हालांकि मुख्यमंत्री पद छोड़ने के समय उनकी ओर से इस संबंध में घोषणा करने के बाद 40 दिन बीत चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र विधान भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि तकनीकी रूप से उद्धव ठाकरे अब भी विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) हैं, क्योंकि उन्होंने अबतक अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है।
इस्तीफे के संबंध में कोई लिखित जानकारी नहीं दी
रिपोर्ट के मुताबिक उस अधिकारी ने बताया है कि उन्होंने अबतक आधिकारिक रूप से विधान परिषद से इस्तीफा नहीं दिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंजूर कर लिया है, लेकिन हमें अबतक राज्य विधानमंडल के उच्च सदन से इस्तीफे के संबंध में उनसे कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है।
इधर आखिरकार राज्य कैबिनेट का विस्तार हुआ
इस जानकारी के बाद राजनीतिक एक्सपर्ट कयास लगा रहे हैं कि ऐसा कैसे हुआ होगा। इसी बीच महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सरकार का 40 दिनों के इंतजार के बाद कैबिनेट विस्तार हो गया है। भाजपा के कोटे से 9 मंत्रियों ने शपथ ली है। एकनाथ शिंदे के खेमे से भी इतने ही विधायकों ने शपथ ली है। भगत सिंह कोश्यारी ने कुल 18 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई है। फिलहाल एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट विस्तार में किसी भी महिला नेता को मंत्री बनने का मौका नहीं मिला है। इस विस्तार के साथ ही महाराष्ट्र मंत्री परिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। 30 जून को एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली थी।