आज जिस शिक्षा नीति की चर्चा चल रही है, उसमें हम 15 साल पीछे हैं : कुलपति शुक्ला
रायपुर
महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय और विप्र कला एवं शिक्षण महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नई शिक्षा नीति पर 7 दिवसीय कार्यशाला विगत दिवस समापन हुआ। विषय विशेषज्ञों ने काफी महत्वपूर्ण ढंग से अपनी बातें रखीं। कुलपति शुक्ला ने कहा कि आज जिस शिक्षा नीति की चर्चा चल रही है,उसमें हम 15 साल पीछे है,इसलिए हमें नई व्यवस्था से जुड?ा होगा। विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि आधुनिक शिक्षा पद्धति को प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता है। शिक्षा प्रसार समिति के अध्यक्ष अजय तिवारी ने कहा की कार्यशाला में विद्वानों के व्याख्यान से काफी बिंदु सामने आए हैं जो भावी शिक्षकों के ज्ञान के लिए काफी महत्वपूर्ण होंगे
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सच्चिदानंद शुक्ला ने कहा कि हमें अपने कल्चर पर गर्व होना चाहिए इसी व्यवस्था में शिक्षार्थियों को शिक्षित करें नई शिक्षा नीति में मुख्य दो बातें खास तौर पर रखी गई है इसमें भारतीय संस्कृति और विश्व में शिक्षा की वर्तमान स्थिति के प्रमुख बिंदु है उन्होंने कहा आज जिस शिक्षा नीति की चर्चा चल रही है उसमें हम 15 साल पीछे हो गए विश्व स्तर में यह शिक्षा नीति खास तौर पर यूरोपीयन देशों में 15 साल पहले लांच की जा चुकी है उन्होंने बताया की आने वाले दिनों में क्लास रूम छोटे हो जाएंगे और हाईटेक सिस्टम में अध्ययन और अध्यापन की प्रक्रिया कराई जाएगी इसलिए सभी शिक्षा शास्त्रियों को इस नई व्यवस्था से जुड?ा होगा उनका कहना था कि नई शिक्षा नीति में टू वे कम्युनिकेशन की चर्चा की गई है और प्रायोगिक कक्षाएं वर्चुअल रखी जाने वाली है इस व्यवस्था से भी शिक्षकों को समझना होगा .कुलपति ने नई शिक्षा नीति के कार्यक्रम को तैयार करने में अपनी योगदान की चर्चा करते हुए बताया कि किस तरह से इस शिक्षा नीति में तमाम बिंदुओं को शामिल किया गया है कुलपति ने कहा की अब सभी विश्वविद्यालयों को मल्टीडिसीप्लिनरी व्यवस्था में आकर शिक्षण को तैयार करना होगा .विश्वविद्यालय शोध अध्ययन पर भी आधारित शिक्षा पर व्यवस्था तैयार की जानी चाहिए।
मुख्य अतिथि विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा की आधुनिक शिक्षा पद्धति को प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता है ताकि हमारे छात्र छात्राएं जितना ज्ञान अर्जित कर सके उतना अधिक सफल और अच्छा रहेगा विधायक ने विश्व स्तर पर शिक्षा के स्तर को 15 साल पीछे होने पर चिंता जाहिर की और कहा कि यह प्रयास हो कि हम आने वाले दिनों में 15 साल आगे आ सके इसलिए हम सब मिलकर अन्य राष्ट्रों के समकक्ष नई शिक्षा नीति को लाकर खड़ा करने के प्रयास के लिए एकजुट हो जाएं .अध्यक्षता कर रहे शिक्षा प्रसार समिति के अध्यक्ष अजय तिवारी ने कहा की कार्यशाला में विद्वानों के व्याख्यान से काफी बिंदु सामने आए हैं जो भावी शिक्षकों के ज्ञान के लिए काफी महत्वपूर्ण होंगे और उनका प्रयोग शिक्षक क्लास में कर पाएंगे।