पुलिस के कब्जे में आते ही निकली श्रीकांत त्यागी की हेकड़ी, जिसे दी भद्दी गालियां, अब कहा- वो मेरी बहन जैसी हैं
नोएडा
नोएडा में महिला के साथ गाली गलौज करने वाली श्रीकांत त्यागी को आखिरकार यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। श्रीकांत त्यागी का वायरल वीडियो सामने आया था, जिसमे देखा जा सकता है कि वह नोएडा में महिला के साथ अभद्रता कर रहा है और धमकी दे रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया था और उसकी गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया था। जिसके बाद मंगलवार को पुलिस ने आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया है।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद श्रीकांत त्यागी की अकड़ ढीली पड़ गई है। गिरफ्तार होने के बाद श्रीकांत त्यागी ने कहा कि वह महिला उसकी बहन की तरह है, मेरे खिलाफ षड़यंत्र किया गया है, राजनीतिक बदला लेने के लिए मेरे साथ यह षड़यंत्र रचा गया। सूरजपुर कोर्ट ने श्रीकांत त्यागी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मीडिया से बात करते हुए श्रीकांत त्यागी ने कहा कि जिस महिला के साथ उसने अभद्रता की, वह मेरी बहन की तरह है।
स्वामी प्रसाद मौर्या का नाम आया सामने
श्रीकांत त्यागी ने कहा कि मुझे उस घटना के लिए अफसोस है, वह मेरी बहन की तरह है, यह घटना राजनीतिक है, मुझे राजनीतिक तौर पर खत्म करने के लिए यह किया गया है। इससे पहले नोएडा पुलिस ने बताया कि श्रीकांत त्यागी अपनी कार पर विधायक का स्टीकर इस्तेमाल करता था, जिसे कथित तौर पर विधान परिषद के सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्या ने दिया था। पुलिस की पूछताछ में श्रीकांत त्यागी ने यह खुलासा किया है।
मेरठ से गिरफ्तार
नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने मंगलवार की शाम को श्रीकांत त्यागी के बारे में जानकारी साझा की थी। शुरुआत में त्यागी लखनऊ जाना चाहता था, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि वह किस नेता के संपर्क में था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कमिश्नर ने बताया कि त्यागी को मेरठ के करीब से गिरफ्तार किया गया है। उसके तीन साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों को नोएडा के ओमेक्स सोसाइटी के सेक्टर 93 स्थित केस के चलते गिरफ्तार किया गया है।
धरपकड़ के लिए 12 टीम का गठन
कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा कि 5 अगस्त का वीडियो सामने आने के बाद हमारी टीम ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। हालांकि यह मामला पुलिस के पास आधिकारिक तौर पर नहीं आया था। पीड़िता से पुलिस ने संपर्क किया था, इसके बाद केस दर्ज किया गया और त्यागी की तलाश शुरू की गई थी। शुरुआत में 8 टीमों का गठन किया गया था त्यागी को पकड़ने के लिए। लेकिन जिस तरह से त्यागी अपनी लोकेशन बदल रहा था उसकी वजह से उसे पकड़ा नहीं जा सका था। इसके बाद बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। टीमों की संख्या को बढ़ाकर 12 कर दिया गया।
बदल रहा था लोकेशन
श्रीकांत त्यागी पहले मेरठ गया, फिर मुजफ्फरनगगर, फिर रिषिकेश और हरिद्वार गया। सर्च ऑपरेशन के बाद त्यागी को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। महिला के साथ विवाद को लेकर पुलिस ने बताया कि कॉमन एरिया के इस्तेमाल को लेकर यह विवाद 2019 में शुरू हुआ था। कमिश्नर ने साफ कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध को लेकर हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। उन्होंने बताया कि त्यागी पहले एयरपोर्ट जाना चाह रहा था, लेकिन तबतक उसका वीडियो वायरल हो गया, जिसकी वजह से वह मेरठ चला गया। उसने यहां रात गुजारी और फोन बदल दिया। इसके बाद वह हरिद्वार, ऋषिकेश चला गया। त्यागी वीआईपी नंबर 001 का इस्तेमाल कर रहा था। जिसे उसने 1 लाख रुपए में खरीदा था।