वैगनर के 8 हजार लड़ाके बेलारूस में परमाणु ठिकानों के करीब , टेंशन में आए राष्ट्रपति पुतिन
मॉस्को
रूस में तख्तापलट की असफल कोशिशों के बाद भी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परेशानियां कम नहीं हुई हैं। कहा जा रहा है कि वैगनर के आठ हजार लड़ाके इस समय उन जगहों पर हैं जहां पर रूस के परमाणु हथियार रखे हुए हैं। ब्रिटेन की सरकार भी वैगनर के लड़ाकों पर करीब से कड़ी नजर रख रही है। ऐसा कहा गया है कि बेलारूस में वैगनर के लड़ाके इकट्ठा हैं। रूस में शनिवार को मची अशांति के खत्म होने के बाद पुतिन ने टेलीविजन पर संबोधन दिया। उन्होंने वैगनर चीफ येवेगनी प्रिगोझिन को वॉर्निंग दी है। साथ ही साथ खूनखराबे और तख्तापलट की कोशिशों के लिए पश्चिमी देशों को दोषी ठहराया है।
रक्षा मंत्री ने दिया बयान
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री एम्स क्लेवरली ने कहा है कि वैगनर विद्रोहियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उनका कहना था कि ये लड़ाके बेलारूस में वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन के साथ हैं। इस बात की पूरी आशंका है कि भारी हथियारों से लैस ये सैनिक परमाणु हथियारों वाले सैन्य अड्डों के करीब मौजूद हैं। पूर्व सेना सदस्य और ब्रिटिश सांसद बॉब सीली ने कहा कि रूस के करीबी सहयोगी बेलारूस का छोटा सा शहर असिपोविची में परमाणु हथियारों का अड्डा है।
सीली ने हाउस ऑफ कॉमन्स को बताया, 'अगर इस खबर पर विश्वास किया जाए तो यह तय है कि 8,000 वैगनर सैनिक बेलारूस के असिपोविची नामक एक छोटे से शहर में की तरफ बढ़ रहे हैं। ये सैनिक येवगेनी प्रिगोझिन के साथ आगे बढ़ रहे हैं। मेरा मानना है कि यहां पर परमाणु ठिकाने तानाशाह अलेक्जेंडर लुकाशेंको के अनुरोध के तहत बनाए गए हैं।'
परमाणु हथियारों की निगरानी
सीली ने कहा कि वह इस बात का अंदाजा भी नहीं लगाना चाहते हैं कि ये सैनिक लुकाशेंको या पुतिन के लिए खतरा बनने वाले हैं या नहीं? लेकिन वह यह जानना चाहते हैं कि क्या पुतिन या लुकाशेंकों इस बात का भरोसा दिलाएंगे कि रूसी परमाणु हथियारों की निगरानी की जा रही है सा नहीं। क्लेवरली ने कहा कि बेलारूस की सरकार को यह बता दिया गया है कि वैगनर सैनिकों की मदद से यूक्रेन में हमलों को बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए।
रूस में असाधारण घटनाक्रम
पिछले दिनों रूस में जो कुछ हुआ वह काफी असाधारण था। वैगनर के चीफ येवेगनी प्रिगोझिन ने यू-टर्न ले लिया और यूक्रेन में पुतिन के खिलाफ विद्रोह कर दिया। सैनिकों के साथ वह मास्को तक मार्च करने की तैयारी कर चुके थे। प्रिगोझिन और क्रेमलिन के बीच झगड़े की वजह से ऐसा हुआ था। रूस को गृह युद्ध से बचने के लिए लुकाशेंको की मदद से एक एक समझौता हुआ। हालांकि प्रिगोझिन ने कहा है कि उनका मकसद वैगनर को खत्म होने से रोकना था न कि वह पुतिन के तख्तापलट की कोशिशें कर रहे थे। प्रिगोझिन ने सोमवार को 11 मिनट के ऑडियो में यह बात कही है।