सिकल सेल को लेकर ग्राम सभाओं में होगी बैठकें
भोपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक जुलाई को शहडोल में सिकल सेल एनीमिया मिशन की शुरुआत करने के पहले पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग को ग्राम सभाओं के माध्यम से इसके लिए कार्यक्रम संचालित करने के लिए कहा गया है। जिन जिलों में पेसा गतिविधियां संचालित हैं, उन जिलों में भी इसके लिए पेसा समितियों के माध्यम से जागरुकता कार्यक्रम चलाने के लिए कहा गया है। इसको लेकर पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग जल्द ही सभी जिलों के जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्राम सभा बुलाने के निर्देश जारी करने वाला है।
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अफसरों से कहा गया है कि सिकल सेल एनीमिया रोग की काउंसलिंग के लिए ग्राम सभा के मंच का उपयोग किया जाए। ग्राम सभा को बताया जाए कि सिकल सेल एनीमिया रोग की रोकथाम के लिए जरूरी है कि युवक-युवती दोनों यदि सिकल सेल वाहक हैं, तो वे आपस में विवाह नहीं करें। यह समझाना भी जरूरी है कि यदि कोई एक वाहक अथवा रोगी है तो वे आपस में विवाह कर सकते हैं। रोग से संबंधित सावधानियों, उपचार, आहार और विहार संबंधी जानकारियां भी देना जरूरी है।
ग्राम सभाओं को रोग की रोकथाम के प्रयासों के लिए संकल्प दिलाने और शिक्षित करने की भी जरूरत बताई गई है। विभाग द्वारा इसके लिए जारी किए जाने वाले निर्देश में ग्राम सभा की शक्तियों, कार्यवाही, बैठक में शामिल होने वाले और भाग नहीं लेने वाले सदस्यों की जानकारियों का प्रसार करने के लिए भी कहा जाएगा ताकि ग्रामीणों को ग्राम सभा की बैठक में शामिल होने की प्रेरणा मिले।
राज्यपाल ने दिए थे निर्देश
गौरतलब है कि पिछले दिनों राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने भी जनजातीय प्रकोष्ठ की बैठक में इसको लेकर पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग को निर्देश जारी करने के लिए कहा था। सिकल सेल मिशन की शुरुआत पीएम मोदी द्वारा 27 जून को की जानी थी पर पीएम का शहडोल दौरान टलने के कारण अब एक जुलाई को मिशन शुरू किया जाएगा।