श्री अमरनाथ गुफा जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए हेल्थ एडवाइजरी
प्रयागराज
श्री अमरनाथ गुफा 14 हजार फीट की ऊंचाई पर है। लिहाजा श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान कम भूख लगने, उल्टी या दस्त, कमजोरी, धीमा सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। यदि ऐसी तकलीफ का इलाज समय पर न हुआ तो यह बड़ी समस्या बन सकती है।
योग और प्राणायाम जैसे व्यायाम का अभ्यास करें, इससे आपका सांस पर नियंत्रण बन जाएगा। यदि आपको ऊंचाई वाली यात्रा में पहले कोई समस्या आ चुकी है तो आप यात्रा शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से जांच करवाएं। यात्रा के दौरान चढ़ाई पर धीमे चले और बीच-बीच में सांस लेने के लिए रुकें। नीचे उतरते वक्त तेजी से न चलें और बीच-बीच में रुकते रहें। यात्रा के दौरान समस्या होने पर दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से सम्पर्क करके सलाह करें।
यात्रा के दौरान खूब पानी पिएं। इससे सिरदर्द नहीं होगा। यात्रा के दौरान खाने-पीने का ध्यान रखें और श्राइन बोर्ड द्वारा सुझाए गए डाइट चार्ट को फॉलो करें। बीमार होने की स्थिति में किसी भी यात्री द्वारा दी गई मेडिकल सलाह न मानें।
यह काम जरूर करें
अपने साथ ऊनी कपड़े जरूर रखें क्योंकि यात्रा के दौरान न्यूनतम तापमान 5 डिग्री तक लुढ़क सकता है।
अपने साथ छाता, विंडचीटर, रेनकोट और वाटरप्रूफ जूते जरूर रखें।
अपने कपड़े और खाने का सामान वाटरप्रूफ बैग में रखें ताकि मौसम बिगड़ने पर ये गीले न हों।
यात्रा के दौरान अपने साथ अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर लिखी एक पर्ची जेब में जरूर रखें।
अपने साथ अपना पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस और यात्रा परमिट जरूर रखें।
अकेले यात्रा करने की बजाय समूह में यात्रा करें और घोड़ा गाड़ी, खच्चर वालों के साथ चलने की कोशिश करें।
यदि आपके ग्रुप का कोई साथी बिछड़ जाता है तो तुरन्त पुलिस को सूचना दें और उसके बिछुडऩे की घोषणा यात्रा कैम्प के जरिए करवाएं।
दोमेल और चंदनवाड़ी के गेट सुबह 5 से लेकर 11 बजे तक खुलते हैं। इसी अवधि के दौरान गेट पर पहुंचें। गेट बंद होने के बाद श्रद्धालुओं को यात्रा की इजाजत नहीं मिलेगी।
प्रीपेड सिम कार्ड जम्मू-कश्मीर में काम नहीं करेगा। आपको बालटाल और नुवान के बेस कैम्प से प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड आसानी से मिल जाएंगे।