काशी को क्योटो बनाने चले थे वेनिस बना दिया, जलजमाव का वीडियो ट्वीट कर अखिलेश यादव ने कसा तंज
बनारस
झमाझम बारिश के कारण एक बार फिर बनारस में हर तरफ जलजमाव का नजारा है। नगर निगम के सभी दावें फेल हो गए हैं। जलजमाव के कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने जलजमाव का वीडियो ट्वीट कर लिखा कि काशी को क्योटो बनाने चले थे लेकिन वेनिस बना दिया। पीएम मोदी ने बनारस से पहली बार सांसद बनने के कुछ महीने बाद ही अगस्त 2014 में काशी को क्योटो की तरह स्मार्ट बनाने की पहल की थी। इसके लिए पीएम मोदी की मौजूदगी में भारत और जापान के बीच समझौता भी हुआ था।
वाराणसी में गुरुवार की शाम से देर रात तक झमाझम बारिश हुई। लगातार हो रही बारिश ने निचले इलाकों में पानी भर दिया। बनारस के कई इलाकों में जलजमाव हो गया। इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल होने लगीं। ऐसा ही एक वीडियो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। अखिलेश ने इसके साथ ही लिखा कि बारिश ने आते ही भाजपाई विकास का सच दिखा दिया। काशी को क्योटो बनाने चले थे लेकिन वेनिस बना दिया।
झूमकर छाई घटा, टूटकर बरसा पानी
वाराणसी शहर में गुरुवार की देर शाम मानसून की आमद दर्ज की गई। झूम कर छाई घटा और करीब चार घंटे झमाझम बारिश हुई। इससे किसानों के चेहरे खिल गए। अब धान की रोपाई शुरू हो जाएगी। वहीं शहरियों ने गर्मी और उसम से राहत तो महसूस की लेकिन जलभराव और बिजली कटौती की परेशानी भी आ खड़ी हुई।
यूं तो बादलों की आवाजाही कई दिनों से हो रही थी। बीच-बीच में हल्की तो कभी तेज बारिश होती रही। कई बार कुछ ही इलाकों में बरसात हुई। इससे तपन तो खत्म हो गई थी लेकिन उमस ने पांव पसार दिये थे। गुरुवार को भी सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। सुबह करीब 8.30 बजे तक 18.6 मिलीमीटर बारिश भी हुई। इसके बावजूद झमाझम की दरकार बनी रही। शाम करीब पौने सात बजे बूंदाबादी शुरू हुई और कुछ ही देर में झमाझम बारिश शुरू हो गई। यह क्रम मध्यरात्रि तक बना रहा।
बारिश की रफ्तार घटती-बढ़ती रही लेकिन क्रम अटूट रहा। बीच-बीच में तेज आवाज के बीच चमकती बिजली आसमान के घने अंधेरे को चीरती दिखी। बकरीद की बंदी के कारण सड़कों पर भीड़ तो ज्यादा नहीं थी लेकिन जो लोग आवागमन कर रहे थे वे देर तक दुकानों-घरों के छाजन के नीचे खड़े रहे। इस बीच भी उनके चेहरे पर सुहावने मौसम का अहसास झलक रहा था। मौसम में बदलाव के कारण गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 31.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम कार्यालय ने न्यूनतम तापमान भी 27 डिग्री दर्ज किया गया।
जलभराव से जाम बनी मुसीबत
मानसून की पहली तेज बारिश के कारण शहर के अंधरापुल, चौकाघाट, तेलियाबाग, नई सड़क, गिरजाघर, कोदई चौकी, रवींद्रपुरी, कबीरचौरा, हनुमान फाटक, शिवपुर, तरना, दानियालपुर, अकथा, बेनीपुर, भगवानपुर, डाफी, सामनेघाट, टिकरी, सुसुवाही, नरिया, अस्सी, सरैया, पीलीकोठी, मछोदरी, कोनिया, छमुहानी, आदमपुर, जलालीपुरा सहित कई इलाकों में पानी जमा हो गया। इसके कारण कई इलाकों में जाम लग गया। वाहन रेंगते रहे। मिनटों की दूरी घंटों में दूर हुई। जिनके वाहन इंजनों में पानी चले जाने से बंद हो गए, वे ज्यादा परेशान रहे।
नाला सफाई के दावों की खुली पोल
शहर के 70 से ज्यादा नालों की सफाई पूरी होने के नगर निगम के दावे को मानसून की पहली बारिश ने ही हवा निकाल दी। जगह-जगह जलजमाव से राहगीरों को मुसीबत उठानी पड़ी। नगर निगम में शामिल नए इलाकों में हालात ज्यादा खराब रही। चितईपुर, नगवा, तरना वार्डों से सटे इलाकों में नालों की सफाई शुरू भी नहीं हुई है।
एहतियातन काटी बिजली तो कहीं फाल्ट के कारण गुल
तेज बारिश ने शहर गुरुवार को शहर की बिजली व्यवस्था भी पटरी से उतार दी। आधे से अधिक शहर में अंधेरा छाया रहा। कई उपकेंद्रों से एहतियातन आपूर्ति काट दी गई तो कई जगह फाल्ट के कारण बत्ती गुल रही। बारिश शुरू होते ही नरिया, मैदागिन, अलईपुरा, चौकाघाट, अंधरापुल, हुकुलगंज, शिवपुरवा, लंका, कज्जाकपुरा, लहरतारा, महमूरगंज, भेलूपुर, सामनेघाट, मदनपुरा, रामनगर, चितईपुर, शिवपुर आदि क्षेत्रों में बिजली काट दी गई। उपभोक्ताओं के फोन पर उपकेंद्र से बताया गया कि बारिश के कारण एहतियातन बिजली काटी गई। बारिश के बाद पेट्रोलिंग कर बिजली आपूर्ति शुरू की जाएगी। उधर, ठठेरी बाजार, लोहटिया, पहड़िया, आशापुर, सेंट्रल जेल रोड, हुकुलगंज आदि घनी आबादी वाले इलाकों में फाल्ट के कारण आपूर्ति बाधित रही।