नक्सल प्रभावित क्षेत्र से 68 छात्र बनेंगे डॉक्टर और इंजीनियर, नीट-जेईई में शानदार रैंक
दंतेवाड़ा
हाल ही में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की तरफ से नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट जारी किया गया. वहीं इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट भी जारी किया गया. इन परीक्षाओं में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके के छात्रों ने कमाल कर दिखाया है. दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित छेत्र के 68 बच्चों ने JEE और NEET परीक्षा पास कर ली है.
दंतेवाड़ा के कलेक्टर विनीत नंदनवार ने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाकों से हमारे 68 बच्चों ने NEET और JEE में सफलता हासिल की है. यह अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है. इसमें ऐसे बच्चे शामिल हैं जिन्हें 12वीं तक की शिक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं भी नहीं मिली है.
कलेक्टर ने शुरू किया ड्रॉपर्स बैच
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने बताया कि ऐसे सभी बच्चे जो किसी भी तरह से बारहवीं तक नहीं पहुंच पाए, उनके लिए पिछले साल उनके लिए ड्रॉपर्स बैच शुरू किया गया. इस बैच में क्लास करके इन छात्रों ने अपना सपना पूरा किया है. इन बच्चों की परीक्षा की तैयारी पर कलेक्टर विनीत नंदनवार ने काफी ध्यान दिया.
दंतेवाड़ा कलेक्टर नंदनवार ने आगे कहा कि जिन ड्रॉपर्स को हमने दूसरा मौका दिया, उन्होंने सफलता हासिल की. आने वाले साल में हमारा टारगेट और बढ़ने वाला है. छात्रों की संख्या और बढ़ाई जाएगी और हमारा लक्ष्य है कि अगली बार जिले से 100 बच्चों का चयन हो. वहीं ड्रापर्स बैच की सीट्स में भी वृद्धि की जाएगी.
छू लो आसमान पहल के तहत पढ़ाई
राज्य सरकार द्वारा दंतेवाड़ा जिले में 2011 से ‘छू लो आसमान’ पहल चलाई जा रही है. यह वह संस्थान है जहां 9वीं से 12वीं तक के छात्र रहकर पढ़ाई कर सकते हैं. सबसे पहले, स्क्रीनिंग होती है और फिर चयनित छात्र इस पहल के तहत अध्ययन कर सकते हैं और एनईईटी और जेईई की तैयारी कर सकते हैं.