November 26, 2024

उद्धव ठाकरे को कमजोर बताते थे शरद पवार, पर चुपचाप भतीजे ने ही कैसे खिसका दी जमीन; अब पार्टी पर ही संकट

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 नई दिल्ली
शरद पवार ने करीब दो महीने पहले ही अपनी आत्मकथा का विमोचन करते हुए उद्धव ठाकरे पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि वह समझते थे कि उद्धव ठाकरे को सीएम बनाना बेहतर होगा, लेकिन वह कमजोर नेता निकले और उन्हें अपनी ही पार्टी में पनप रही फूट का अंदाजा तक नहीं था। उनका इशारा एकनाथ शिंदे के 40 विधायकों के साथ बगावत करने को लेकर था। तब शिवसेना ने उनके बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। अब शरद पवार खुद ही वैसे ही संकट में घिरे दिख रहे हैं, जैसा संकट इसी दौरान बीते साल उद्धव ठाकरे के सामने आया था।

रविवार को नेता विपक्ष अजित पवार अचानक ही राज्यपाल भवन पहुंचे और एनसीपी के समर्थन का ऐलान कर दिया। कुछ ही देर में 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ले ली और अजित पवार खुद एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम बन गए। उनका दावा है कि एनसीपी के 53 में से 37 विधायकों ने एकनाथ शिंदे सरकार का समर्थन किया है। खबर है कि अजित पवार ने एनसीपी का नाम और सिंबल भी हथियाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए वह जल्दी ही चुनाव आयोग में दावा ठोक सकते हैं और उनका कहना है कि दो तिहाई से ज्यादा विधायक यदि साथ हैं तो फिर एनसीपी उनके ही खेमे की है।
 
यह खेमेबंदी ठीक उसी तरह की है, जैसी शिवसेना में देखने को मिली थी। इस बीच शरद पवार का कहना है कि हम पार्टी को लेकर कोई भी कानूनी लड़ाई नहीं लड़ेंगे बल्कि जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कि पब्लिक का समर्थन हमें ही मिलेगा। अजित पवार ने तो साफ कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव और फिर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। अजित पवार के साथ जिन लोगों ने शरद पवार को छोड़ा है, उनमें दिलीप वलसे पाटिल, छगन भुजबल जैसे नेता शामिल हैं।
 
शरद पवार का कहना है कि इस तरह का राजनीतिक संकट उनके लिए नया नहीं है। 82 साल के मराठा नेता ने कहा कि 50 साल की राजनीति में ऐसे दौर आते रहे हैं। 1980 में उन्होंने खुद कांग्रेस से अलग होकर लेफ्ट के साथ सरकार बनाने की कोशिश की थी। लेकिन 58 में से 52 विधायक उनके खिलाफ हो गए थे और उनके प्लान में शामिल होने से इनकार किया था। हालांकि दो साल बाद ही वह 79 विधायकों को साथ लेकर महाराष्ट्र के सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए थे। इस बीच शरद पवार नई शुरुआत का संकेत देते हुए सोमवार को सतारा के कराड में एक रैली को संबोधित करने वाले हैं।

 

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