टमाटर की कीमत 160 रुपये किलो पहुंची, गृहणियों ने भी बनाई दूरी
भोपाल.
टमाटर के दामों में इतना उछाल आया की घर के साथ होटल और रेस्टोरेंट में सलाद से टमाटर गायब हो गया। टमाटर 160 रुपये प्रति किलो बिका है, जिसके बाद लोगों ने कुछ समय के लिए टमाटर खाना ही बंद कर दिया। क्योंकि मजदूर वर्ग यदि टमाटर खायेगा तो वह अन्य चीजें नहीं खरीद सकेगा।
बता दें, प्रदेश के साथ-साथ अब सब्जियों के दाम आसमान छू रहे ,हैं जिससे गृहणियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।सब्जी मंडी में टमाटर जैसी रोज उपयोग होने वाली चीज के दाम आसमान छू रहे हैं। मंडियों में 160 रुपये प्रति किलो टमाटर बिक रहा है। सब्जी दुकानदारों का कहना है कि मध्यप्रदेश में टमाटर की पैदावार खत्म हो चुकी है, जिसके चलते अब दूसरे राज्यों से टमाटर मध्यप्रदेश में पहुंच रहा है। उनका कहना है कि बेंगलुरु से टमाटर अब मध्यप्रदेश में आ रहा है, जिससे उसके दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं पेट्रोल डीजल के दामों में अगर और वृद्धि होती है तो मौसमी सब्जी के साथ साथ दूसरी सब्जियों के रेट भी कुछ दिनों बाद और बढ़ जाएंगे। महिलाओं ने बताया कि रोजमर्रा की सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं, जिससे उनके घर का बजट भी बिगड़ता जा रहा है।
पहले ग्राहक को टमाटर की चटनी परोसते थे, जो फिलहाल बंद करना पड़ रही है। इसी तरह रेस्टोरेंट संचालक ने बताया कि टमाटर के बड़े दाम की वजह से सलाद में टमाटर देना बंद कर दिया है। सब्जी व्यापारी ने बताया कि टमाटर के दाम बढ़ने से इसकी बिक्री कम जरूर हुई है, लेकिन अभी लोगों ने खरीदना पूरी तरह बंद नहीं किया है। उन्होंने बताया कि शहर की मंडी में पर्याप्त मात्रा में आवक नहीं होने से यह स्थिति बनी है। यह देश के दूसरे कई राज्यों में भी है। बेंगलुरू से भी टमाटर की खेप आती थी। पहले पांच ट्रक आते थे तो अब एक ही ट्रक आ रहा है। ऐसे में रेट का उछलना स्वाभाविक ही है। सब्जी विक्रेता भारत पटेल ने बताया कि दूसरी सब्जियां भी महंगी हो रही हैं। सब्जी व्यापारियों का कहना है कि अभी तो टमाटर के दाम में कमी आने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। इसमें वक्त लगेगा और जब पर्याप्त मात्रा में आवक होगी तो इसके रेट नीचे आयेंगे।