यमुना दिल्ली में फिर खतरे के निशान के पार, नोएडा के कई इलाकों में भी बाढ़ का खतरा
नईदिल्ली
दिल्ली में यमुना नदी फिर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. आज (रविवार) सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.75 मीटर रिकॉर्ड किया गया. यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के निचले इलाकों में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
फ्लड डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक, आज, 23 जुलाई को 3 बजे से शाम 5 बजे तक यमुना का जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है.
बता दें कि हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ने की वजह से यमुना में फिर उफान है. 206.70 मीटर का मतलब खतरे के निशान से काफी ऊपर है.
शाम तक यमुना का जलस्तर और बढ़ा तो निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने का अनुमान है. ऐसे हालात से निपटने के लिए दिल्ली सरकार अलर्ट है. बता दें कि गुरुवार तड़के दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर से नीचे चला गया था, जो फिर बढ़ने लगा है.
वहीं, हिंडन नदी के उफान पर होने की वजह से नोएडा के कुछ इलाकों में भी बाढ़ का खतरा मडंरा रहा है.पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है. निचले इलाकों से जहां पानी भर गया है, वहां से लोगों को हटाया जा रहा है.
इससे पहले शनिवार की रात दस 10 बजे तक नदी का जलस्तर 205.02 मीटर तक पहुंच गया था। हरियाणा के हथिनिकुंड बैराज से भी पानी छोड़ा गया है। बहरहाल बैराज से करीब 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है। दिल्ली में एक बार फिर आफत की आहट ने बेचैनी बढ़ा दी है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मर्लेना ने कहा कि हालात पर नजर है। स्थिति को देखते हुए सरकार ने वहां रहने वाले लोगों की सुरक्षा और बेहतरी के लिए जरूरी उपाय शुरू किये हैं। हालात से निपटने के लिए यमुना बाजार और यमुना खादर तथा कुछ अन्य इलाकों में अधिकारियों को कहा गया है कि सभी जरूरी उपायों को सुनिश्चित किया जाए। शनिवार को अधिकारियों ने चेतावनी दी थी कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में चल रहे राहत कार्यों को प्रभावित कर सकता है।
नोएडा, गाजियाबाद में भी मुसीबत
बहरहाल दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यहां हिंडन नदी उफान मारने लगी है। हिंडन नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। इसकी वजह से आसपास के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। पुलिस मौके पर पहुंचे थी और इसे लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर सुरेश राव ए कुलकर्णी ने कहा, Chhijarsi से लेकर इकोटेक तक बाढ़ का पानी निचले इलाके के घरों में समा गया। हालांकि, हिंडन नदी ने अभी खतरे के निशान को पार नहीं किया है। हिंडन नदी में पानी का बहाव 10,575 क्यूसेक बढ़ने के बाद गाजियाबाद में रहने वाले करबी 1,000 लोगों को अब तक वहां से निकाला गया गया और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। राज नगर एक्सटेंशन के आसपास के इलाके में भी बाढ़ का पानी घुस आया है।
हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद स्थानीय प्रशासन नदी के नजदीक बने रिहायशी इलाकों पर नजर रख रहा है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद बाढ़ का खतरा एक फिर मंडराने लगा है। भारतीय मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 25 जुलाई तक भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है।