मिशन-2024 के लिए बीजेपी का रोडमैप तैयार, 8 लाख ब्रांड एबेंसडर, गांव-गांव चलेगी मुहिम
लखनऊ
मिशन-2024 के लिए भाजपा का रोडमैप तैयार है। येन, केन प्रकारेण जनाधार बढ़ाना है। पार्टी अब पूरी ताकत गांवों पर झोंकेगी। दरअसल 15 करोड़ से अधिक मतदाताओं वाले यूपी में ग्रामीण वोटर 12 करोड़ से ज्यादा हैं। लोकसभा चुनावों तक अब गांवों में जनाधार बढ़ाने की मुहिम चलेगी। इस अभियान के ब्रांड एबेंसडर करीब आठ लाख पंचायती राज प्रतिनिधि होंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष से लेकर ग्राम पंचायत सदस्य तक इन प्रतिनिधियों को सिलसिलेवार प्रशिक्षण के जरिए चुनावी घुट्टी पिलाई जाएगी।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष दो दिनी यूपी प्रवास के दौरान चार बैठकें कीं। इसमें प्रदेश पदाधिकारियों, क्षेत्रीय अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री व सोशल मीडिया टीम, लोकसभा प्रवास योजना से जुड़े पदाधिकारी और विस्तारकों के अलावा पंचायती राज व शहरी निकाय प्रतिनिधियों की प्रशिक्षण टीम शामिल थीं। इसके अलावा वे राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कई मंत्रियों से भी मिले। हर बैठक में सिर्फ एक ही बात दोहराई कि पूरी ताकत वोट बढ़ाने पर लगाओ। शहर से गांव तक इसी काम को करना है।
गांवों में जनाधार बढ़ाने के लिए पार्टी जिला पंचायत अध्यक्षों, जिला पंचायत सदस्यों, ब्लाक प्रमुखों, बीडीसी, ग्राम प्रधानों का सहारा लेगी। इनकी संख्या तकरीबन 7 लाख 80 हजार है। चूंकि यह सभी सत्ता की कृपा वाले पद माने जाते हैं, सो फिलहाल अधिकांश ग्रामीण जनप्रतिनिधि भगवा ही ओढ़े हैं। पार्टी इन जनप्रतिनिधियों को लेकर नया प्रयोग करने जा रही है। दो दिनी प्रशिक्षण के जरिए इन्हें चुनावी टिप्स दिए जाएंगे। ताकि अब से चुनाव तक इन सभी का सदुपयोग किया जा सके। ठीक इसी तरह की मुहिम नगर निकायों में भी चलेगी।
सी व डी श्रेणी के बूथों पर फोकस
राष्ट्रीय महामंत्री संगठन ने प्रदेश के सभी बूथों को ए,बी,सी,डी श्रेणी में बांटने को कहा है। पिछले चार चुनावों में हर बूथ की स्थिति देखी जाएगी। पहले मिले वोटों से इस बार ज्यादा वोट बढ़ाने का जुगाड़ करना है। इनमें ज्यादा फोकस सी व डी श्रेणी के बूथों पर करना है। यह वो बूथ हैं जहां भाजपा को वोट नहीं मिले। इन बूथों पर वोटों में हिस्सेदारी पाने की कवायद करनी है।
यूपी से उम्मीदें ज्यादा
दरअसल यूपी में भाजपा कोई जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। यूं तो 2014 व 2019 में भी पार्टी का प्रदर्शन प्रदेश में शानदार रहा है। मगर इस बात पार्टी दूसरे राज्यों की कमी बेसी भी यूपी से ही पूरी करना चाहती है। इसलिए एक-एक सीट को लेकर माइक्रो लेवल प्लानिंग की जा रही है। इसके लिए पार्टी ने स्वॉट (स्ट्रेंथ, वीकनेस, अपॉच्युनिटी और थ्रेट) प्लान भी तैयार किया है। ताकि समय रहते सारी कमजोरियों को दूर किया जा सके।
यह है गांवों का गणित
58 ग्राम पंचायत
826 ब्लाक प्रमुख
732563 बीडीसी
12.39 करोड़ वोटर
शहरी निकाय में भाजपा के प्रतिनिधि
17 मेयर
813 पार्षद
90 नगर पालिका
1360 सभासद
191 नगर पंचायत अध्यक्ष
1403 वार्ड सदस्य