अब मृत्यु दावों के भुगतान के लिए भटकने की जरूरत नहीं, EPFO के नोडल अफसर घर पर आकर कराएंगे भुगतान
प्रयागराज
अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से जुड़े कर्मचारियों और उनके परिजनों को दावों के भुगतान के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। ईपीएफओ ने भुगतान प्रक्रिया को सरल करने के साथ ही कई सहूलियत शुरू की है। मृत्यु दावों से संबंधित भुगतान के लिए हर जिले में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है।
देश के किसी भी हिस्से में कार्यरत कर्मचारी (जो ईपीएफओ से जुड़े हैं) की यदि दुर्घटना या बीमारी से असामायिक मृत्यु हो जाती है तो परिजनों की ओर से विभाग में सूचना देने पर उसे पीएफ और दुर्घटना बीमा का जल्द लाभ दिया जाएगा। इसके लिए ईपीएफओ ने हर जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है, जो सूचना पर मृतक कर्मचारी के परिजनों से मिलकर जरूरी दस्तावेज तैयार कर विभाग की ओर से नामिनी के खाते में रकम का भुगतान कराएगा।
ईपीएफओ के रीजनल कमिश्नर शाश्वत शुक्ल ने बताया कि विभाग से जुड़े अन्य कार्यों से इतर मृत्यु दावों से संबंधी भुगतान की विभागीय प्रक्रिया को गतिशील और आसान बनाया गया है। प्रयागराज से जुड़े कौशाम्बी, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़ अयोध्या में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इसके साथ ही मुख्यालय से मिले निर्देश के मुताबिक ईपीएफओ से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए प्रत्येक माह की 27 तारीख को विभाग की ओर से प्रयागराज रीजन के पांच जिलों में निधि आपके निकट कार्यक्रम के साथ ही प्रत्येक माह छह अलग-अलग थीम पर कार्य करने का निर्देश दिया गया है।
इन थीम पर काम करेंगे
-पेंशनभोगियों की समस्या का त्वरित निवारण।
-विभिन्न यूएएन और ईपीएफ खाते का एकीकरण।
-यूएएन खाते में केवाईसी से जोड़ने की प्रक्रिया।
-नियोक्ताओं की समस्याओं का निराकरण।
-नाम संशोधन और खाता का दुरुस्तीकरण।
-तीन साल से अधिक समय से लंबित पेंशनर के बकाए का भुगतान।