केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को सेक्सटॉर्शन के जरिए ब्लैकमेल करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर
व्हाट्सएप के जरिए सेक्सटॉर्शन कॉल करने वाले शातिर लोग बिलकुल बेखौफ हो गए हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वो केंद्रीय मंत्रियों को भी अपना शिकार बनाने की कोशिश करने लगे हैं. ऐसी ही एक घटना केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल के साथ भी हुई है. इस घटना की जानकारी खुद प्रह्लाद पटेल (Prahlad Singh Patel) ने जबलपुर (Jabalpur) में मीडिया के सामने दी है.
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल को कुछ दिन पहले व्हाट्सएप कालिंग के जरिए सेक्सटॉर्शन कॉल किया गया. मंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को शिकायत दी थी, जिसके बाद यह केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हुआ.अब इस मामले में दिल्ली पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दोनों को राजस्थान के भरतपुर से पकड़ा है. आरोपियों की पहचान मोहम्मद वकील और मोहम्मद साहिब के तौर पर हुई है.
प्रह्लाद पटेल ने जनता से की ये अपील
पुलिस को इस केस में रैकेट के मास्टरमांइड मोहम्मद साबिर की तलाश है. बताया जाता है कि आरोपी सेक्सटॉर्शन कॉल करने वाली गैंग के सदस्य हैं, जो व्हाट्सएप के जरिए लोगों को पहले वीडियो कॉल करते हैं और फिर अश्लील वीडियो दिखाकर उन्हें ब्लैकमेल करने लगते हैं. इस मामले में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने तत्काल कार्रवाई की. इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने क्राइम ब्रांच को बधाई दी है. साथ ही पटेल आम जनता से भी अपील की है कि इस तरह के फर्जी कॉल की जाल में अगर कोई फंसता है, तो उसे तत्काल पुलिस की मदद लेनी चाहिए.
आरोपी गिरफ्तार
ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए. प्रहलाद पटेल ने मांग की है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ कानूनी रूप से सख्त कार्रवाई की जाए. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों से वो मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है, जिसके जरिये वीडियो कॉल की गई थी. फोन को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया है. केंद्रीय मंत्री के मोबाइल फोन पर जून के आखिरी सप्ताह में किसी अनजान नंबर से वाट्सएप वीडियो कॉल आई थी.
प्रह्लाद पटेल ने बताया कि जैसे ही उन्होंने कॉल उठाई तभी दूसरी ओर से आपत्तिजनक क्लिप चल गई. इसके बाद उन्होंने कॉल काट दी. बाद में आरोपियों ने उन्हें कॉल कर वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर डाल देने की धमकी दी. पुलिस को जांच के दौरान दो मोबाइल नंबर मिले. दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लोकल पुलिस और तकनीकी सर्विलांस से आरोपियों को भरतपुर से दबोच लिया.