रेलवे की इस कंपनी में सरकार ने बेची हिस्सेदारी, शानदार रिस्पॉन्स लेकिन बाजार में हड़कंप
नई दिल्ली
रेलवे की कंपनी रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) की शेयर बिक्री पेशकश को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। दो दिन की बिक्री पेशकश शुक्रवार को बंद हो गई। इस दौरान सरकार ने 11.17 करोड़ शेयरों की बिक्री की जो रेल उपक्रम आरवीएनएल में 5.36 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। बता दें कि आरवीएनएल के ऑफर फॉर सेल के लिए 119 रुपये प्रति शेयर का आरक्षित मूल्य तय किया गया था। पेशकश में अधिक बोली आने पर 4.08 करोड़ अतिरिक्त शेयर यानी 1.96 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का विकल्प भी रखा गया था।
शेयर बुरी तरह क्रैश: हालांकि, शेयर बाजार में आरवीएनएल के शेयर में बड़ी गिरावट आई है। यह शेयर एक हफ्ते में करीब 12 प्रतिशत टूट चुका है। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन गुरुवार को शेयर की कीमत 120.95 रुपये पर थी। यह एक दिन पहले के मुकाबले 4.12% की गिरावट को दिखाता है।
सरकार की ओर से बयान: निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा, ''आरवीएनएल बिक्री पेशकश को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। इसके साथ ही आरवीएनएल अब न्यूनतम सार्वजनिक हिस्सेदारी (एमपीएस) को पूरा करने वाली कंपनी बन गयी है।'' इस हिस्सेदारी बिक्री के साथ सरकार की आरवीएनएल में हिस्सेदारी 78.20 प्रतिशत से घटकर 72.84 प्रतिशत पर आ जाएगी।
कंपनी के बारे में: आरवीएनएल का गठन जनवरी, 2003 में रेल मंत्रालय के पूर्ण स्वामित्व वाली सार्वजनिक इकाई के तौर पर किया गया। इसके जरिये रेलवे की ढांचागत विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन और उनके लिए वित्त जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।