भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस भी कर रही बूथ मैनेजमेंट पर फोकस
भोपाल
भाजपा की तर्ज पर अब कांग्रेस ने चुनाव के ठीक पहले बूथ मैनेजमेंट पर भी फोकस कर दिया गया है। हर विधानसभा क्षेत्र में ट्रैनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशिक्षण के जरिए यह बताया जा रहा है कि कांग्रेस हर बूथ पर उसके कार्यकर्ताओं की भूमिका कितनी अहम होगी।
इसमें कार्यकर्ताओं को चुनाव को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इससे कांग्रेस के जिला प्रभारियों और विधायकों ने मंडल, सेक्टर अध्यक्ष एवं बीएलए को मतदाता सूची से लेकर बूथ स्तर तक किस तरह काम करना है, इसको लेकर मार्गदर्शन किया जाता है। साथ ही प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी भी इस प्रशिक्षण में अपनी ओर से टिप्स देने के लिए शामिल रहते हैं। इन सभी के साथ प्रदेश कांग्रेस के प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और मास्टर ट्रैनर्स यह बता रहे हैं कि कैसे चुनाव से पहले बूथ पर काम करना है। हर वोटर की स्थिति पता करना है। इसके जरिए यह भी पता चल जाएगा कि वोटर लिस्ट में सही नाम ही लिखे गए हैं। इसके साथ प्रदेश कांग्रेस की ओर से मतदाओं के लिए भेजे वाली प्रचार सामग्री भी मतदाताओं तक पहुंच सके, इसका भी ध्यान इन्हीं कार्यकर्ताओं को रखना होगा। इस काम को पूरा करने के बाद कांग्रेस इसी टीम को अगला टास्क दे सकती है। प्रशिक्षण का कार्यक्रम 15 अगस्त से पहले पूरे प्रदेश में किया जाना है।
पहली बार हो रहे यह प्रयोग
कांग्रेस में संगठन स्तर पर बूथ मैनेजमेंट को लेकर पहली बार ही इस तरह के प्रयोग हो रहे हैं। कमलनाथ ने पहले से ही यह तय कर लिया था कि चुनाव के पहले वे बूथ पर अपनी टीम को मैनेजमेंट के गुर दिए जाएं ताकि चुनाव में कांग्रेस अपनी लड़ाई बूथ तक मजबूती से लड़ सके। बूथ मैनेजमेंट में हमेशा भाजपा ही सक्रिय रहती है, लेकिन इस बार कांग्रेस को बूथ पर सक्रिय रखने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। कांग्रेस इस प्रशिक्षण के बाद अगले दौर का कार्यक्रम भी बूथ स्तर पर चलाने की योजना बना रही है। प्रशिक्षण का कार्यक्रम खत्म होने के बाद बूथ स्तर के दूसरे कार्यक्रम का ऐलान किया जाएगा।