विदाई टेस्ट में भी स्टु्अर्ट ब्रॉड ने रचा इतिहास, ऐसा करने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बने
नईदिल्ली
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड अब क्रिकेट के मैदान पर खेलते हुए नहीं दिखाई देंगे। एशेज का आखिरी टेस्ट स्टुअर्ट ब्रॉड के इंटरनेशनल करियर का आखिरी मैच था। मैदान से ब्रॉड की विदाई किसी सपने के सच होने जैसी हुई। स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने करियर की आखिरी गेंद में एलेक्स कैरी को आउट कर ऑस्ट्रेलिया की पारी समाप्त की। इस तरह 847 इंटरनेशनल विकेट के साथ ब्रॉड ने अपनी पारी का अंत किया।
2006 में इंग्लैंड के लिए डेब्यू करने वाले 37 साल के ब्रॉड का यह 167वां मैच था। अपने आखिरी मैच की आखिरी पारी में उन्होंने 20.4 ओवर की गेंदबाजी की। इसमें 62 रन देकर ब्रॉड ने दो विकेट लिए। इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान जब ब्रॉड आखिरी बार बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे तो उन्होंने एक खास रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने अपने करियर की आखिरी गेंद पर छक्का मारा। वह टेस्ट करियर की आखिरी गेंद पर बैटिंग में छक्का मारने और बॉलिंग में विकेट लेने वाले दुनिया के पहले क्रिकेट बन गए हैं।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने करियर में 167 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मुकाबलों में उन्होंने 604 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में स्टुअर्ट ब्रॉड के नाम 3662 रन दर्ज हैं। वनडे में उनके नाम 121 मैच में 178 जबकि टी20 में 65 विकेट हैं। 847 विकेट के साथ ब्रॉड इंटरनेशनल क्रिकेट के 7वें सबसे सफल गेंदबाज हैं।
स्टुअर्ट ब्रॉड के अपने आखिरी मैच में किए बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने एशेज सीरीज के आखिरी और निर्णायक मुकाबले में जीत हासिल करने के साथ ही सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया। मैच के आखिरी दिन 384 के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 334 रन पर ऑलआउट हो गई। अपना अंतिम टेस्ट खेल रहे स्टुअर्ट ब्रॉड ने आखिरी दो विकेट झटके।
2007 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू करने वाले स्टुअर्ट ब्रॉड टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में पांचवें नंबर पर हैं। तेज गेंदबाजों की लिस्ट में अपने साथी गेंदबाज जेम्स एंडरसन के बाद वह विश्व क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।