भारत, ब्रिटेन एफटीए वार्ता का 12वां दौर सात अगस्त से
नई दिल्ली
भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत का 12वां दौर सात अगस्त से यहां शुरू हो रहा है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्ष एफटीए पर बातचीत जल्द पूरी कर सकते हैं। दोनों देशों के मुख्य वार्ताकारों की अगली बैठक सात अगस्त से शुरू हो रही है।
दोनों देश चाहते हैं कि एफटीए पर बातचीत इस साल के अंत से पहले पूरी हो जाए। अधिकारी ने कहा कि इस दौर में जिन मुख्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है उनमें निवेश संधि, वाहन और शराब पर शुल्क में कटौती और सेवाओं से संबंधित मामले शामिल हैं। 11वें दौर की वार्ता पिछले महीने संपन्न हुई थी। वार्ता के उस दौर के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल लंदन गए थे और उन्होंने बातचीत की प्रगति की समीक्षा की थी।
एफटीए के कुल 26 अध्याय में से 19 पूरे हो चुके हैं। भारत और ब्रिटेन के बीच एक अलग समझौते (द्विपक्षीय निवेश संधि) के रूप में निवेश पर बातचीत चल रही है और यह मुक्त व्यापार समझौते के साथ ही संपन्न हो सकती है।
उत्पत्ति के नियम अध्याय के तहत उत्पाद विशिष्ट नियमों पर बातचीत की जा रही है। इनमें प्रत्येक उत्पाद श्रेणी के लिए मूल्यवर्द्धन के नियम, अध्याय के शीर्ष में बदलाव और सत्यापन शामिल है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में बढ़कर 20.36 अरब डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 17.5 अरब डॉलर था।
भारत मुख्य रूप से ब्रिटेन को सिलेसिलाए परिधान और कपड़े, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान, पेट्रोलियम और पेट्रोरसायन उत्पाद, परिवहन उपकरण, मसाले, मशीनरी, फार्मास्युटिकल्स और समुद्री उत्पादों का निर्यात करता है।
वहीं भारत द्वारा ब्रिटेन से बहुमूल्य रत्नों, अयस्क, धातु कबाड़, इंजीनियरिंग सामान, पेशेवरों के इस्तेमाल के सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद, रसायन और मशीनरी का आयात किया जाता है।
एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज को सेबी से आईपीओ के लिए हरी झंडी
नई दिल्ली
एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की मंजूरी मिल गई है।
स्टेनलेस स्टील के होज बनाने वाली कंपनी आईपीओ के तहत 160 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी करेगी।
इसके अलावा कंपनी की प्रवर्तक इकाइयां… सैट इंडस्ट्रीज और इटालिका ग्लोबल एफजेडसी 1.75 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएंगी।
आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, सैट इंडस्ट्रीज लिमिटेड 1.23 करोड़ शेयर और इटालिका ग्लोबल एफजेडसी 52 लाख शेयर ओएफएस के तहत रखेगी।
अभी कंपनी में सैट इंडस्ट्रीज की 92.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि इटालिका ग्लोबल एफजेडसी के पास 6.52 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
सैट इंडस्ट्रीज ने बुधवार को शेयर बाजारों को दी जानकारी में कहा, ''हमें हमारी अनुषंगी कंपनी एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा सूचित किया गया है कि उसे आईपीओ के लिए सेबी से मंजूरी मिल गई है।''
कंपनी नए शेयरों की बिक्री से प्राप्त राशि में से 35 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा 84 करोड़ रुपये की राशि कार्यशील पूंजी की जरूरत पर खर्च की जाएगी। कुछ राशि कंपनी सामान्य कामकाज और अधिग्रहण पर खर्च करेगी।
मर्चेंट बैंकिंग सूत्रों ने बताया कि आईपीओ का आकार 350 करोड़ रुपये के करीब होगा।
पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स इस निर्गम की एकमात्र बुक-रनिंग लीड प्रबंधक है। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध होंगे।