सृजन घोटाले की मुख्य आरोपी रजनी प्रिया गाजियाबाद से गिरफ्तार, छह साल से थी फरार
नई दिल्ली/पटना
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बिहार में स्थित एनजीओ सृजन महिला विकास सहयोग समिति (एसएमवीएसएस) द्वारा किए गए 1,000 करोड़ रुपए के कथित घोटाले में "मुख्य आरोपी" एनजीओ की सचिव रजनी प्रिया को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अदालत ने प्रिया को भगोड़ा किया था घोषित
अधिकारियों ने बताया कि पिछले छह साल से फरार प्रिया को दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके से गिरफ्तार किया गया। सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, "एनजीओ की संस्थापक (मनोरमा देवी) की बहू और एनजीओ की सचिव (प्रिया) कथित घोटाले में मुख्य आरोपी है और वह जांच शुरू होने के समय से ही फरार थी। अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित किया था।” अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने 2003 से 2014 के बीच रिकॉर्ड में हेराफेरी करके (लगभग) 1,000 करोड़ रुपए के सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप में 2017 से 24 मामले दर्ज किए हैं।
प्रवक्ता ने कहा, "बिहार के भागलपुर में स्थित एनजीओ की संस्थापक (देवी) की मृत्यु के बाद यह घोटाला सामने आया। बिहार सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली थी। आरोप है कि उक्त एनजीओ के अधिकारियों ने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक और बैंक ऑफ इंडिया सहित विभिन्न बैंकों के अधिकारियों के साथ मिलकर एनजीओ के खातों में सरकारी धन की हेराफेरी की साजिश रची थी।”