गट्टापाल व परिया में मुठभेड़ के बाद जवानों ने दो बड़े नक्सली कैम्प किया ध्वस्त
दंतेवाड़ा
जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत नक्सल प्रभावित ग्राम सिमेल के दक्षिण में गट्टापाल और परिया के बीच पहाड़ी में 24 घंटे तक चले नक्सल अभियान के दौरान हुई मुठभेड़ में नक्सली अपने को कमजोर पड़ता देख भाग खड़े हुए। मुठभेड़ के बाद इलाके की सर्चिंग में पुलिस जवानों ने लगभग 80-100 नक्सलियों के रहने की क्षमता वाले दो बड़े-बड़े नक्सली कैम्प ध्वस्त कर दिए हैं, दो एकड़ क्षेत्र में फैले नक्सली ट्रेनिंग कैंप ध्वस्त कर मौके से बड़ी मात्रा में राशन का समान, 16 नग एके 47 की गोली, नक्सली वर्दी, प्रिंटर, प्रिंटर इंक, मल्टीमीटर, बैटरी चार्जर, इलेक्ट्रिक वायर, पिट्ठू, बर्तन, पॉलिथिन, बड़े-बड़े जर्किन, दवाइयां, नक्सल साहित्य और भारी मात्रा में दैनिक उपयोगी का सामान बरामद किया गया। इसके अलावा मौके से एक सोलर प्लेट भी बरामद किया गया था। जिसे राशन सामग्री के साथ ही मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुकमा व दंतेवाड़ा के सरहदी क्षेत्र गोगुंडा, सिमेल, गट्टापारा के जंगल-पहाड़ी में दरभा डिवीजन के केरलापाल एरिया कमेटी एसजेडसीएम चैतु, बारसे देवा, जगदीश, जयलाल के साथ लगभग 25-30 सशस्त्र वदीर्धारी नक्सलियों की उपस्थिति की मिली सूचना पर डीआरजी सुकमा, एसटीएफ, 201 वाहिनी कोबरा व डीआरजी दंतेवाड़ा के संयुक्त बलों द्वारा विशेष अभियान संचालित किया गया। अभियान के दौरान दंतेवाड़ा डीआरजी की पार्टी को सर्चिंग करते हुए सिमेल के दक्षिण की पहाड़ी के पास नक्सली के टेंट दिखाई दिए, जिसे घेराबंदी कर ही रहे थे कि नक्सलियों ने डीआरजी टीम को देख कर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में डीआरजी के जवानों द्वारा भी फायरिंग किया गया, जिससे नक्सली खुद को कमजोर पड़ता देख जंगल-पहाड़ी का आड़ लेकर भाग गये। अभियान के दौरान दंतेवाड़ा की डीआरजी की टीम सिमेल के दक्षिण गट्टा पाल और परिया के बीच पहाड़ी को सर्च करते हुए आगे बढ़ रही थी जहां पर लगभग 80-100 नक्सलियों के रहने की क्षमता वाले दो बड़े-बड़े नक्सली कैम्प मिले। लगभग 2 एकड़ क्षेत्र में नक्सलियों के द्वारा ट्रेनिंग कैंप चलाया जा रहा था, जिसे जवानो द्वारा ध्वस्त किया गया।