दौसा में मुठभेड़ में घायल DST जवान ने SMS में ली अंतिम साँस, बाइक चोर ने सिर में मारी थी गोली
जयपुर
राजस्थान के दौसा में बाइक चोर की फायरिंग में घायल जिला स्पेशल टीम के कॉन्स्टेबल प्रहलाद सिंह (34) ने जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया। दौसा जिले के सिकंदरा थाना इलाके के रेटा गांव में बुधवार 23 अगस्त की सुबह 8.45 बजे 2 बाइक चोरों से टीम की मुठभेड़ हुई थी।बाइक चोर का पीछा करते हुए प्रहलाद सिंह रेटा गांव में बाजरे के खेत में घुस गए थे। बाइक चोर बदमाश के हाथ में हथियार था। उसने पलटकर प्रहलाद के सिर में गोली मार दी। इसके बाद घायल प्रहलाद को फाइनेंस कंपनी की जीप में दौसा हॉस्पिटल भिजवाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद बुधवार दोपहर जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया था। बता दें प्रहलाद सिंह से मिलने के लिए डीडीपी उमेश मिश्रा और आईपीएस दिनेश एमएन अस्पताल मिलने के लिए गए हुए थे।
बाइक चोर का पीछा करते हुए प्रहलाद सिंह रेटा गांव में बाजरे के खेत में घुस गए थे। बाइक चोर बदमाश के हाथ में हथियार था। उसने पलटकर प्रहलाद के सिर में गोली मार दी। इसके बाद घायल प्रहलाद को फाइनेंस कंपनी की जीप में दौसा हॉस्पिटल भिजवाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद बुधवार दोपहर जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया था।
बुधवार को ही डॉक्टरों ने प्रहलाद का ऑपरेशन कर गोली के एक हिस्से को निकाला। इसके बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। वे वेंटिलेटर पर थे। एसएमएस के बांगड़ में वे इलाजरत थे। न्यूरोसर्जरी हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. अशोक गुप्ता ने शुक्रवार सुबह प्रहलाद के निधन की पुष्टि की। हॉस्पिटल से मिली जानकारी के अनुसार प्रहलाद के सिर में गोली के दो हिस्से थे। एक को डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाल दिया था लेकिन दूसरा पार्ट सिर में काफी अंदर था।
प्रहलाद सिंह दौसा के सदर थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे और डीएसटी का हिस्सा थे। साथी जवान की मौत की खबर सुन पुलिस महकमे में शोक की लहर है। कॉन्स्टेबल प्रहलाद 2008 में पुलिस में भर्ती हुए थे। वे मूलत: सीकर जिले के नीमकाथाना क्षेत्र के गांव चीपलाटा के रहने वाले थे। 10 जुलाई 1989 को जन्मे प्रहलाद सिंह 12 मई 2021 से दौसा डीएसटी पुलिस में सेवारत थे। उनका ननिहाल दौसा के गांव भयपुर व ससुराल भी दौसा के झापड़ावास गांव में है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
2 में एक आरोपी को गुरुवार शाम पकड़ा
दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के रेटा गांव में गुरुवार शाम 5.15 बजे 2 में एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वह वारदात के बाद 34 घंटे से बाजरे के खेत में छुपा था। आरोपी नवीन सिनसिननवार (20) पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी कल्याणपुर सेवर भरतपुर मोबाइल लोकेशन के आधार पर वारदात स्थल से 500 मीटर दूर ही पकड़ा गया। उसे प्यास लगी तो मोबाइल ऑन कर भाई को पानी लाने का मैसेज किया था। इससे लोकेशन ट्रेस होने पर हथियारबंद जवान एक्टिव हो गए।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 3 बार मोबाइल ऑन किया था। तीसरी बार में उसकी लोकेशन ट्रेस हो गई। डॉग स्क्वायड उसे देखकर भौंका। आरोपी ने फायरिंग की तो जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लग गई। रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने बताया कि आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी। उसे पहले दौसा, बाद में जयपुर रेफर किया गया। जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में आरोपी नवीन का इलाज चल रहा है।
जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने बताया- गुरुवार शाम को टीम को मिले इनपुट के आधार पर रेटा गांव के पेट्रोल पंप के पीछे बदमाश की बाजरे के खेत में घेराबंदी की गई। जहां दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग में गोली लगने से बदमाश के पैर में गोली लगी।
दौसा एसपी वंदिता राणा ने बताया कि दूसरा आरोपी अभी भी फरार है। उसके खिलाफ भी हमारे पास मजबूत इनपुट हैं। उन्हें डवलप कर रहे हैं, उसमें भी हमें सफलता मिलेगी।