September 23, 2024

माध्यमिक में प्रारंभिक शिक्षा को मर्ज करने की तैयारी!

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बीकानेर

प्रदेशभर में पहली से आठवीं तक के सर्वाधिक सरकारी और प्राइवेट स्कूल है। इन स्कूल्स में लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं और हजारों टीचर्स पढ़ा रहे हैं। इसके बाद भी विभाग के आला अधिकारी का पद खाली पड़ा है। वो भी एक-दो महीने या साल-छह महीने से नहीं, बल्कि पिछले चार साल से राज्य में प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक का पद खाली है।

पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने प्रारम्भिक शिक्षा के कुछ सेक्शन को माध्यमिक शिक्षा में मर्ज कर दिया है। आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस निदेशालय को बंद किया जा सकता है।

बीकानेर के एक ही परिसर में संचालित होने वाले प्रारम्भिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को पिछले चार साल से एक ही आईएएस अधिकारी मिल रहा है, जिसके पास दोनों के निदेशक का दायित्व होता है। मूल रूप से माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पद पर अधिकारी आते हैं, जो प्रारम्भिक शिक्षा का अतिरिक्त कार्यभार देखते हैं। अब चार साल से ये परम्परा बन गई है कि एक ही अधिकारी आएगा। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक के रूप में ओम प्रकाश कसेरा अंतिम निदेशक थे। वर्ष 2019 के बाद आए सभी निदेशक कार्यवाहक ही रहे।

पहले एक थे दोनों निदेशालय

पूर्व में स्कूल शिक्षा से जुड़े एक ही निदेशक थे, जिनका पद नाम "प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक" था। बाद में नवम्बर 1997 में इसे अलग-अलग कर दिया गया। तब प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक का पद सृजित किया गया। अब इसकी उपयोगिता पर सवाल खड़ा हो रहा है।

मर्ज हो रहे हैं अनुभाग

पिछले दिनों माध्यमिक शिक्षा निदेशक कानाराम ने एक आदेश जारी करके प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय के कुछ अनुभागों को माध्यमिक शिक्षा के साथ मर्ज कर दिया। इसमें प्राइवेट स्कूल को मान्यता देने वाला अनुभाग शामिल है। कक्षा से आठ तक की मान्यता अब तक प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय देता रहा है लेकिन अब कक्षा एक से बारह तक के सभी स्कूल्स की मान्यता का काम एक ही अनुभाग से होगा, जो माध्यमिक शिक्षा में संचालित है। इससे पहले विभागीय जांच का अनुभाग भी मर्ज हो चुका है।

ऐसे मर्ज हुए अनुभाग
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सरकारी स्कूल को मान्यता देने और नए खोलने के लिए सरकारी स्कूल प्रकोष्ठ का गठन कर दिया। जिसमें उप निदेशक रमेश हर्ष को प्रभारी बनाया गया। इस अनुभाग के पास पहली से बारहवीं तक के सभी स्कूल का काम होगा। इसी तरह प्राइवेट स्कूल ग्रुप बना दिया गया है। जिसमें उप निदेशक सुनीता चावला को प्रभारी बनाया गया है। ये सभी प्राइवेट स्कूल का काम करेगा।

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