1000 स्पेशल कमांडो, 300 बुलेटप्रूफ कार; दिल्ली में अभेद्य होगी बाइडेन की सुरक्षा
नई दिल्ली
भारत की राजधानी दिल्ली में होने जा रहे जी-20 समिट के दौरान विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को लेकर तैयारी अब आखिरी चरण में पहुंच गई हैं। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले तमाम राष्ट्राध्यक्षों के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
दरअसल, जो बाइडेन अपनी सुरक्षा टीम के साथ भारत आ रहे हैं, जिसमें कार, प्लेन और अत्याधुनिक उपकरणों एवं हथियारों से लैस उनके कमांडो शामिल हैं। बाइडेन की सुरक्षा अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के कमांडो संभालेंगे। बाइडन के रूट से लेकर ठहरने की जगह तक चप्पे-चप्पे की सुरक्षा का खाका तैयार हो गया है।
वहीं, भारतीय एजेंसियां अपनी कमांडो टीम के जरिए सभी राष्ट्राध्यक्षों के काफिले की सुरक्षा को अभेद्य बनाने में जुटी हैं। काफिले की सुरक्षा का आलम यह है कि विशेष प्रशिक्षण प्राप्त सीआरपीएफ के 1000 स्पेशल कमांडो के घेरे में 300 वीआईपी के बुलेटप्रूफ वाहन रहेंगे। देश की सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। जमीन से लेकर आकाश मार्ग तक की सरक्षा की जा रही है। दिल्ली पुलिस के करीब 75 हजार जवानों और अन्य एजेंसियों को मिलाकर तकरीबन एक लाख तीस हजार जवानों की तैनाती अलग-अलग जगहों पर रहेगी।
हर हालात में सुरक्षा अभेद्य रखने की ट्रेनिंग : सीक्रेट सर्विस के कमांडो अमेरिका की सबसे प्रशिक्षित सिक्योरिटी फोर्स का हिस्सा हैं। इनके कमांडो बेहद प्रोफेशनल होते हैं। इनका प्रशिक्षण काफी मुश्किल है। इन्हें हर मुश्किल हालात में भी सुरक्षा को अभेद्य बनाए रखने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
गौरतलब है कि जी-20 समिट के दौरान आईटीपीओ में होने वाले सम्मेलन के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं। किसी भी तरह की इमरजेंसी से निपटने के लिए विशेष तौर पर हॉल संख्या 4 के पास हेलीपैड तैयार किया गया है। जरूरत पड़ने पर एनएसजी के विशेष कमांडो हेलीकॉप्टर की मदद से यहां ऑपरेशन चलाएंगे और वीवीआईपी को इसी हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। इसके लिए एनएसजी के कमांडो बीते दो माह से लगातार अभ्यास कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियां किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहती हैं। एनएसजी के इमरजेंसी ऑपरेशन के लिए प्रगति मैदान के हॉल संख्या 4 के पास हेलीपैड बनाया गया है। सूत्रों ने बताया कि आपातकालीन हालात से निपटने के लिए आईटीपीओ से लेकर होटलों, एयरपोर्ट और राजघाट के पास सुरक्षित जगह (सेफ हाउस) बनाए गए हैं, ताकि तत्काल वीवीआईपी को वहां शिफ्ट किया जा सके। आतंकी हमले से निपटने के लिए एनएसजी के 200 कमांडो दिल्ली में तैनात रहेंगे। हाल ही में उन्होंने अक्षरधाम में भी हेलीकॉप्टर से बचाव ऑपरेशन के लिए अभ्यास किया गया है। ड्रोन हमले से भी निपटने के लिए एनएसजी की विशेष टीम यहां तैनात रहेगी।