MP: शिव का प्राकृतिक जलाभिषेक, कहीं मंदिर में नदी का प्रवेश, तो कहीं गोमुख से निकली जलधारा
इंदौर
मध्यप्रदेश में इन दिनों झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है, जहां भारी बारिश के चलते नदियां अब उफान पर नजर आ रही हैं, तो वही भारी बारिश के बाद अब प्रकृति भी मुस्कुराती नजर आ रही है, जहां पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश के चलते छोटी-छोटी नदियों में भी पानी नजर आ रहा है। इन दिनों मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से भगवान शिव का प्राकृतिक जलाभिषेक होने की तस्वीरें भी निकल कर सामने आ रही है।
कुछ इस तरह हो रहा प्राकृतिक जलाभिषेक
भारी बारिश के चलते पिछले दिनों मंदसौर में शिवना नदी ने भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर में प्रवेश किया था, जिसके बाद भगवान पशुपतिनाथ के सभी मुख शिवना नदी के जल में समाए हुए नजर आ रहे थे, तो वहीं अब प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के पास देवगुराडिया में बारिश के चलते शिवलिंग के ऊपर लगे गौमुख से जलधारा निकलना शुरू हो गई है, जो सीधे भगवान की शिवलिंग पर जाकर भगवान का जलाभिषेक करती नजर आ रही है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
इंदौर के पास स्थित देवगुराडिया में बना भगवान शिव का मंदिर अत्यंत ही प्राचीन है। प्राकृतिक वादियों में विराजमान भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने दूर-दूर से श्रद्धालु देवगुराडिया पहुंचते हैं। भारी बारिश के चलते शिवलिंग के ऊपर लगे गौमुख से जल धारा बहने लगी है, जहां श्रद्धालुओं ने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वहीं अब इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है। साथ ही भगवान शिव का प्राकृतिक जलाभिषेक अत्यंत ही सुंदर नजर आ रहा है।
ऐसा है मंदिर का इतिहास
इंदौर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवगुराड़िया का शिव मंदिर प्राचीन धर्म स्थलों में गिना जाता है। यह मंदिर हजारों वर्ष पुराना है। मान्यताओं के अनुसार, हर वर्ष सावन और भादो के महीने में देवगुराड़िया पर्वत से आ रही जल की पवित्र धारा मंदिर में स्थित भगवान भोलेनाथ का जल अभिषेक करती है।
पशुपतिनाथ का प्राकृतिक जलाभिषेक
मंदसौर में लगातार भारी बारिश का सिलसिला जारी है, यही कारण है कि शिवना नदी उफान पर नजर आ रही है। उधर, सीजन में पहली बार शिवना नदी का पानी भगवान पशुपतिनाथ के मंदिर में आया है, जिसके चलते भगवान के लगभग सभी मुख जलमग्न नजर आ रहे हैं। यह नजारा मानो ऐसा लग रहा है, जैसे शिवना नदी भगवान शिव का प्राकृतिक जलाभिषेक कर रही है। ऐसी मान्यता है कि, जिस साल शिवना नदी भगवान पशुपतिनाथ का जलाभिषेक कर देती है। वह साल खुशहाली भरा होता है।