मौत के साए में पढ़ रही 13 सौ छात्राएं, स्कूल भवन के गेट पर जड़ा ताला
सतना
सरकार उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के दावे करती है, लेकिन मौजूदा हालात का अंदाजा मध्यप्रदेश के सतना जिले के बिरसिंहपुर में हुए छात्राओं के हंगामे के बाद लगाया जा सकता है। कन्या उच्चतर शासकीय माध्यमिक बिरसिंहपुर विद्यालय की 13 सौ छात्राओं ने विद्यालय के गेट में तालाबंदी कर दी और जमकर नारेबाजी करने लगीं। हालांकि हंगामे की जानकारी मिलने पर आला अधिकारी मौके पर आए और उन्होंने छात्राओं आश्वासन देकर देकर ताला खुलवाया गया।
खतरे के साए में कर रही है पढ़ाई
छात्राओं का आरोप है कि जिस भवन में उन्हें पढ़ाया जाता है। वह जर्जर हो चुका है और कभी भी गिर सकता है। इससे कभी भी अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है। शिकायत करने पर अध्यापकों अभद्र तरीके से बात करते हैं। इसी के विरोध में 17 अगस्त को विद्यालय में तालाबंदी की गई।
बीते दिनों हो चुकी है घटना
बताते चलें कि बीते दिनों जर्जर भवन में सीलिंग पंखा गिरने से कुछ छात्राएं बाल बाल बची थी, जान का जोखिम देख कर आज छात्राओं ने स्कूल भवन की मांग करते हुए विद्यालय के दरवाजे में तालाबंदी कर दी है।
नव जर्जर कमरे 13 सौ छात्राएं
बिरसिंहपुर कन्या उच्चतर शासकीय माध्यमिक स्कूल में 13 सौ छात्राएं अध्ययनरत है, लेकिन यहां सिर्फ 9 कमरे हैं। वह भी जर्जर हालत में हैं। ऐसे में छात्राएं पठन-पाठन का कार्य नहीं हो पा रहा है। छात्राओं ने बताया कि बीते दिन जर्जर भवन होने के कारण सीलिंग पंखा कक्षा के दौरान नीचे गिर गया था। इस घटना में छात्राएं बाल-बाल बची थी।