आजादी का संघर्ष नई पीढ़ी ने नहीं देखा, यादें ताजा करवाना जरूरी: मुख्यमंत्री
इंदौरा, धर्मशाला
इंदौरा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रगतिशील हिमाचल की स्थापना के 75 वर्ष समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को आजादी के संघर्ष व अब तक की विकास यात्रा को बताने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित हुआ है। नई पीढ़ी ने आजादी का संघर्ष नहीं देखा है। इसलिए यादें ताजा करवाना जरूरी है। इस लिए आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। यह कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश की प्रगति का कार्यक्रम है यह अलग तरह का कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से नई पीढ़ी को व प्रदेशवासियों को स्मरण करवा रहे हैं।
देश भर में अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसका अर्थ यह है कि आजादी के 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। पूरे देश में अलग अलग कार्यक्रम हो रहे हैं। हर व्यक्ति ने झंडा लेकर अपने घर में लगाया। नई पीढ़ी ने आजादी का संघर्ष नहीं देखा है। इस लिए यादें ताजा करवाा जरूरी है। इस लिए आजादी का अमृतक महोत्सव मनाया जा रहा है। देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए हैं। वहीं 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल पैदा हुआ था। दो माह के बाद चुनाव होंगे यहां पर जनता का आशीर्वाद लेने आएंगे। लेकिन इससे पहले हिमाचल विकास की यात्रा को लोगों के बीच रखनी चाहिए, इस लिए कार्यक्रम के लिए यहां आए हैं।
उस वक्त हिमाचल में सिर्फ चार जिले होते थे आज हिमाचल में 12 जिले हैं। 55 हजार 673 वर्ग किलोमीटर हिमाचल का क्षेत्रफल है। साक्षरता दर 84 प्रतिशत है। हिमाचल लगातार आगे बढ़ा है। पहाड़ को चीर कर आगे बढ़ना होगा। वहां समय व पैसा दोनों लगता है। जब हिमाचल प्रदेश का गठन हुआ था और उस वक्त सड़कों की लंबाई कम थी। आज हिमाचल में सड़कों की लंबाई साढ़े 39 हजार किलोमीटर है। सड़कों का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। हिमाचल के विकास का श्रेय हिमाचल की जनता को जाता है।